– निगम के ठेकेदार व अधिकारियों पर कार्रवाई के लिए कलेक्टर से मिले
रायपुर। राजधानी के रामनगर इलाके में सीवरेज गड्ढे में गिरकर 7 वर्षीय मासूम दिव्यांश की मौत के दो सप्ताह बाद भी प्रशासनिक स्तर पर ठोस कार्रवाई देखने को नहीं मिल रही है। इसकी वजह से मृतक दिव्यांश के परिजन नाराज है। सोमवार को नाराज परिजन अपनी शिकायत लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। उन्होंने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं होने को लेकर नाराजगी जताई। मृतक के परिजनों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि घटना के लिए जिम्मेदार ठेकेदार और निगम अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए। परिजनों का कहना है कि 14 को रामनगर स्थित गुलमोहर पार्क कॉलोनी के खुले गड्ढे में गिरने से उनके बेटे की मौत हुई थी, जो नगर निगम की बड़ी लापरवाही का परिणाम है। घटना के बाद पुलिस ने सिर्फ मर्ग कायम किया है, लेकिन अब तक किसी के खिलाफ एफआईआर नहीं की है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि निगम के उप अभियंता अंकिता अग्रवाल की लापरवाही सबसे बड़ी बताई जा रही है।
निगम की कार्रवाई से परिजन असंतुष्ट
नगर निगम आयुक्त विश्वदीप ने कहा कि लापरवाही बरतने वाले तीन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना की उप अभियंता अंकिता अग्रवाल को फौरन निलंबित कर दिया गया है। वहीं अधीक्षण अभियंता राजेश राठौर और सहायक अभियंता योगेश यदु के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं। साथ ही संबंधित ठेकेदार को नोटिस भी भेजा गया है।