Friday, June 20, 2025

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मनमाने और अदूरदर्शिता पूर्ण पाली महोत्सव….. कलाकारों से भेदभाव, गणमान्य जनों के लिए भी नहीं व्यवस्था

*कोरबा/पाली:-* भगवान शिव की ऐतिहासिक नगरी पाली में पाली महोत्सव की गरिमापूर्ण शुरुआत की गई। इस परंपरा को निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है। महोत्सव को भव्यता व गरिमा प्रदान करने कार्यक्रम में जिला प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक देता है। इस बार भी 18 और 19 फरवरी को दो दिवसीय पाली महोत्सव का भव्य आयोजन पाली ब्लाक के ग्राम केराझरिया में किया जा रहा है। लेकिन दूसरी ओर कुछ व्यवस्थाओं को लेकर नगर में चर्चा और नाराजगी का आलम है। आयोजन स्थल पर प्रशासन ने दो अलग- अलग मंच बनवाए हैं। इन दो मंचों की उपयोगिता सामान्य नागरिक समझ नहीं पा रहे लेकिन जब इसकी तह तक गए तो ज्ञात हुआ कि यह अलग- अलग कलाकारों की प्रस्तुति के लिए बनाया गया है। बॉलीवुड सिंगर पलक मुच्छल, छत्तीसगढ़ के सुपरस्टार अनुज शर्मा वह अन्य विशेष कलाकारों के लिए अलग मंच है तथा स्थानीय कलाकारों के लिए अलग मंच बनाया गया है। वही स्कूली बच्चों की प्रस्तुति के लिए उनका किसी प्रकार हौसला आफजाई नही किया जा रहा। आखिर कला और कलाकारों में यह भेद क्यों? इससे पहले भी आयोजन हुए लेकिन एक मंच पर सभी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। यह पहला मौका है जब कलाकारों में प्रशासन भेदभाव कर रहा है। यह भी ज्ञात हुआ है कि बाहर से आने वाले कलाकारों और स्थानीय कलाकारों के लिए भोजन की व्यवस्था भी अलग- अलग कराई गई है। इतने भेदभाव की वजह आखिर क्या हो सकती है? दूसरी तरफ मंच पर बैठने वाले अतिथियों की सूची में नगर के कुछ गणमान्य जनों को भी स्थान दिया जाना है लेकिन इनके लिए ना तो पास की व्यवस्था है और न ही बैठक के लिए कोई तवज्जो दी जा रही है। इन दोनों कारणों से महोत्सव का आयोजन खास और विरोधाभासी हो गया है। एक और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री जनता को प्राथमिकता देने के साथ लोक कला और छत्तीसगढ़ी परंपराओं को आगे बढ़ाने के लिए तथा उन्हें प्रोत्साहित करने मंच प्रदान कर रहे हैं, तो दूसरी ओर कुछ प्रशासनिक अधिकारी अपने मनमाने और अदूरदर्शिता पूर्ण निर्णय से आयोजन की महत्ता और छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। जो समझ से परे है।

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