महासमुंद। जिले के गौठान निर्माण, गोधन न्याय योजना, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन एवं विक्रय, गोबर खरीदी, पैरादान व गोबर पेंट निर्माण इकाई के संबंध में जिला पंचायत के सभाकक्ष में सीईओ एस. आलोक ने समीक्षा की। उन्होंने सभी जनपद पंचायत सीईओ से उनके क्षेत्र में गौठान निर्माण व गौठान निर्माण की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने प्रगतिरत गौठानों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। आलोक ने ऐसे गौठानों की भी जानकारी ली, जिनमें गोबर की खरीदी नहीं हुई है। उनके कारणों की भी समीक्षा की और गोबर खरीदी प्रक्रिया जल्द पूरी करने कहा। बैठक में जिले के सभी विकासखण्डों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद, वेटनरी, उद्यानिकी, मत्स्य, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी उपस्थित थे। मुख्य कार्यपालन अधिकारी एस आलोक ने कहा कि गोबर की नियमित खरीदी हो और गौठानों में खरीदे गए गोबर का 40 प्रतिशत वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन हो इस बात को गम्भीरता से लें। उन्होंने कहा कि एक पखवारे में 30 क्विंटल गोबर की खरीदी अवश्य होनी चाहिए। ऐसा नहीं होने पर यह माना जाएगा कि कार्य के प्रति उदासीनता बरती जा रही है। उन्होंने गौठानों में किसानों द्वारा किए गए पैरादान की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गौठानों में पैरादान करने के लिए ज्यादा से ज्यादा किसानों को जागरूक और प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने जी मैप में पैरा संग्रहण, गौठान एवं गौठान अधोसंरचना की एंट्री की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया गौठानों में चारा उत्पादन हुआ किसानों द्वारा किए पैरादान की जानकारी दी।