महासमुंद। कृषि विज्ञान केंद्र महासमुंद एवं राष्ट्रीय जैविक स्ट्रैस प्रबंधन संस्थान रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में 12 से 19 दिसंबर तक सब्जियों की कम लागत संरक्षित खेती विषय पर छह दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन संस्था प्रमुख डॉ. एस. के. वर्मा के मार्गदर्शन में किया गया। इस दौरान डॉ. साकेत दुबे, प्रशिक्षण कोऑर्डिनेटर एवं विषय वस्तु विशेषज्ञ (उद्यानिकी) द्वारा सब्जी उत्पादन से संबंधित सभी विषयों पर बारिकी से जानकारी दी गई। प्रशिक्षणार्थियों को प्रायोगिक प्रशिक्षण गृह गौठान ग्राम जामलीकला में कराते हुए उन्नत सब्जी उत्पादन, कम लागत में संरक्षित ढांचा निर्माण करना एवं नर्सरी के प्रकार, मल्चिंग एवं फफुंदनाशाक से जड़ उपचार उपरांत फूलगोभी, पत्तागोभी, टमाटर एवं प्याज की रोपाई वैज्ञानिक विधि से गौठान बाड़ी में कराया गया । केंद्र के सभी विशेषज्ञों द्वारा अपने-अपने विषयों से संबंधित सब्जी उत्पादन हेतु आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई गई। प्रशिक्षण के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र, महासमुंद द्वारा प्रशिक्षण के अलावा ग्राम कमरौद के प्रगतिशील कृषक ऋषि चंद्राकर के प्रक्षेत्र का भ्रमण कराया गया। प्रशिक्षणार्थियों को जिले के बाहर एक्स्पोजऱ विजीट में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में सेंटर ऑफ एक्सलेंस संरक्षित खेती, उद्यानिकी नर्सरी एवं बीज उत्पादन कार्यक्रम आदि का अवलोकन करने के साथ ही कृषि संग्रहालय का भी भ्रमण कराकर संबंधित विषय की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के अंतिम दिन श्रीमती वल्लरी चंद्राकर, सदस्या, प्रबंध मंडल, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा प्रशिक्षण ले रही महिलाओं से कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण की जानकारी ली गई एवं उनके सक्रिय भागीदारी के लिए प्रशिक्षणार्थियों कृषक महिलाओं को प्रमाण पत्र वितरित किए गए साथ ही उनके द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र, महासमुंद को प्रशिक्षण के सफल आयोजन हेतु शुभकामनाएं दी गई।