विभाग का दावा: नए वर्ष से पूर्व हो जाएगा कार्य पूण*
महासमुंद। शहर की बहुप्रतिक्षित की मांग ओव्हरब्रिज पर जल्द ही डामरीकरण कार्य प्रारंभ होगा। विभाग का दावा है कि नए वर्ष से पूर्व ब्रिज से संबंधित सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
निर्माण कंपनी ने ब्रिज पर डामरीकरण से पूर्व मास्टिक एलफास्ट (डामरीकरण) की परत चढ़ाने का कार्य पूरा कर लिया है। इधर, ब्रिज पर स्ट्रीट लाईट भी लगाया जा चुका है और अब डामरीकरण और डिवाइडर तोड़कर चौक निर्माण सहित अन्य छोटे-मोटे कार्य ही शेष है जिसे भी निर्माण कंपनी जल्द ही शुरु करने की तैयारी में है। ज्ञात हो कि ब्रिज का लगभग 95 फीसदी कार्य पूर्ण हो चुका है शेष 5 फीसदी कार्य ही शेष है जिसे इस माहंात में पूरा करने की तैयारी में विभाग और निर्माण कंपनी लगी हुई है।
दो दिनों में शुरु हो जाएगा डामरीकरण
एसडीओ एस के नायर ने बताया कि ब्रिज पर डामरीकरण कार्य आगामी दो-तीन दिनों में शुरु हो जाएगा। इसके लिए निर्माण कंपनी से बात हो गई है। कंपनी ने डामरीकरण के लिए मशीनें और अन्य आवश्यक सामग्रियां मंगा ली है। डामरीकरण पश्चात मार्किंग और डिवाइडर वाल में रंग-रोगन सहित अन्य कार्य किया जाना है जो डामरीकरण के पूरा होते ही शुरु कर दिया जाएगा। डामरीकरण के बाद पूरे मार्ग के दोनों किनारे मार्किंग लाईट भी लगाया जाएगा।
*चौक निर्माण का कार्य भी होगा जल्द शुरु*
शहर की ओर से ब्रिज पर वाहनों की आवाजाही शुरु करने के लिए एनएच 353 में बने डिवाइडर पर तोडफ़ोड़ का कार्य शुरु होगा। इसके लिए संभवत: सोमवार को एनएच और सेतु निर्माण विभाग व निर्माण कंपनी के अधिकारी मौके स्थल का निरीक्षण कर कार्य शुरु करेंगे। इसके लिए निर्माण विभाग और एनएच के अफसरों ने पूर्व में ही ड्राइंग डिजाइन तैयार कर लिया है जिसके आधार पर कार्य शुरु होगा। डिवाइडर की तोड़ाफोड़ के दौरान इसमें लगे हाईमास्क लाइट को भी हटाया जाएगा।
*फाटक और जाम से मिलेगी मुक्ति*
ओव्हरब्रिज का निर्माण पूरा होने के बाद तुमगांव रेलवे फाटक बंद और यहां पर लगने वाले जाम की समस्या शहरवासियों को भी मुक्ति मिल जाएगी। बता दें कि शहर के पटरीपार में निवासरत लगभग 30 हजार की आबादी लंबे समय से तुमगांव रेल्वे फाटक में जाम और प्रतिदिन डेढ़ दर्जन बार फाटक बंद होने का दंश झेल रही है इससे उन्हेें मानसिक और आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही शहर की ओर निवासरत नागरिकों को भी पटरीपार जाने इसी परेशानी का सामना करना पड़ता है जिन्हें भी ब्रिज के पूरा होने का बेसब्री से प्रतीक्षा है।