जांजगीर-चांपा। जांजगीर-नैला के नगर पालिका अध्यक्ष भगवान दास गढ़ेवाल के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बीजेपी के 11 पार्षद कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे थे। कार्यालय में कलेक्टर के गैरहाजिरी की वजह से अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन बुधवार को जमा नहीं हो पाया है। बीजेपी ने अविश्वास प्रस्ताव लाने की वजह बताते हुए कहा कि अध्यक्ष भगवान दास गढ़ेवाल के जनविरोधी, नियम विरुद्ध काम से सभी परेशान हैं। अध्यक्ष पूरी तरह भ्रष्टाचार से डूबा हुआ है। शहर की जनता से लेकर सत्ताधारी पार्षद भी अध्यक्ष से परेशान है, जिसके चलते हम अध्यक्ष को हटाना चाहते हैं।18 मतों को कर लेगें पूरा- बीजेपी
बीजेपी पार्षदों का कहना है कि उनकी संख्या अभी फिलहाल 11 है, लेकिन अभी भी कई कांग्रेसी एवं निर्दलीय पार्षद उनके संपर्क में हैं। अध्यक्ष को हटाने के लिए 18 मतों की जरूरत है जो हम पूरा कर लेंगे। बीजेपी पार्षद ने कहना है कि वे 1 जनवरी को कलेक्टर से मिलकर आवेदन देकर इस विषय में चर्चा करेंगे और जल्द ही अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे।राज्य सरकार के निर्देश का किया अपमान
जांजगीर-नैला नगर पालिका के भाजपा पार्षदों का आरोप है कि नगर पालिका परिषद् जांजगीर नैला में 9 अक्टूबर को 11 बजे पीआईसी की बैठक बुलाई गई थी। इसमें नगर पालिका अधिनियम की अवहेलना की गई है। निश्चित समय सीमा में पीआईसी सदस्यों को बैठक की सूचना नहीं दी गई थी। छत्तीसगढ़ में नई सरकार के गठन होने के बाद सभी अप्रारंभ कार्यों को निरस्त करने के दिशा-निर्देश राज्य सरकार द्वारा दिया गया है। इस निर्देशों को नजरअंदाज करते हुए मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं अध्यक्ष द्वारा 9 अक्टूबर को पीआईसी की बैठक रखते हुए अप्रारंभ निर्माण कार्यो की वित्तीय एवं प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है। सभी निर्णय को निरस्त करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।