. अब सर्जरी होगी ज्यादा सटीक और रिकवरी होगी तेज
रायपुर। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के तहत रामकृष्ण केयर अस्पताल, रायपुर ने रोबोटिक असिस्टेड ऑर्थोपेडिक सॉल्यूशन का शुभारंभ किया। यह अत्याधुनिक रोबोटिक सिस्टम घुटने और कूल्हे के जोड़ प्रत्यारोपण सर्जरी को और अधिक सटीक, सुरक्षित और कम दर्दनाक बनाएगा। इस अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में अस्पताल के वरिष्ठ आर्थोपेडिक विशेषज्ञों और प्रबंधन टीम की उपस्थिति रही। यह रोबोटिक तकनीक न केवल छत्तीसगढ़ की पहली है, बल्कि यह पूरे मध्य भारत के अत्याधुनिक मेडिकल इनोवेशन में एक मील का पत्थर है। इस अत्याधुनिक रोबोटिक प्रणाली की सहायता से किए जाने वाले जोड़ प्रत्यारोपण में सटीकता कई गुना अधिक होती है। इसके तहत सर्जरी में कम चीरा लगता है, कम रक्तस्राव होता है और रोगी जल्दी ठीक होकर घर लौट सकता है। रामकृष्ण केयर अस्पताल के मेडिकल और मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. संदीप दवे ने कहा कि हम रोबोटिक जोड़ प्रत्यारोपण की शुरुआत करके बेहद गर्व महसूस कर रहे हैं। यह पहल हमारे मरीजों को बेहतर परिणाम दिलाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। डॉ. पंकज धाबलिया ने कहा कि यह तकनीक हमें अतिसटीक सर्जरी करने में सक्षम बनाती है, जिससे रोगियों को कम दर्द, तेज रिकवरी और बेहतर अनुभव प्राप्त होता है।
रोगी की बनावट के अनुसार की जाती है सर्जरी
यह रोबोटिक सिस्टम प्रत्येक रोगी की शारीरिक संरचना के अनुसार कस्टमाइज्ड सर्जरी की सुविधा देता है। इसमें सीटी स्कैन की आवश्यकता नहीं होती, जिससे रोगियों को रेडिएशन के खतरे से बचाव मिलता है और अतिरिक्त खर्च भी नहीं करना पड़ता। डॉ संदीप दवे ने बताया कि छत्तीसगढ़ में उम्र बढऩे के साथ घुटनों और कूल्हों की समस्याओं में वृद्धि हो रही है। ऐसे में यह रोबोटिक तकनीक उन मरीजों के लिए वरदान साबित होगी जो गठिया, ऑस्टियोआर्थराइटिस या जोड़ क्षरण जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। अब मरीजों को उच्च स्तरीय उपचार के लिए बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा।