
भोपाल। उत्तर की बर्फवारी और दक्षिण की बारिश का असर पूरे देश के साथ मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नजर आने लगा है. कुछ दिनों के लिए ग्वालियर, भोपाल, चंबल, इंदौर के कई इलाकों में बारिश की संबावना जताई गई है.
इसके साथ ही अगले एक दो दिन में छत्तीसगढ़ के कुछ इलाकों में भी मौसम में भी बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है. वहीं ठंड के असर को देखते हुए उज्जैन में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है.
स्कूलों का समय बदला
प्रदेश में हुई ठंड के दस्तक के कारण उज्जैन कलेक्टर ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है. इसमें कक्षा नर्सरी से कक्षा बारहवीं तक के सभी स्कूल शामिल हैं. कलेक्टर का ये आदेश 14 नवंबर से 31 जनवरी तक के लिए है. हालांकि मौसम का रुख देखर इसमें कुछ बदलाव किये जा सकते हैं. अब सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे बीच ही स्कीलों का संचाचलन किया जा सकेगा.
ठंड को बादल हटने का इंतजार
मध्यप्रदेश में पुछले हफ्ते से मध्यम बादलों ने डेरा डाल रखा है. बुंदेलखंड और विंध्य के कुछ इलाकों में रिमझिम बारिश भी देखन को मिली. इसके बाद अब भी तीन दिन तक मध्यप्रदेश में बादल और बारिश की स्थिति बने रहने की संभावना है. हालांकि फिलहाल बादल छाने के कारण प्रदेश का तापमान एक बार फिर बढ़ गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि आसमान साफ होते मौसम अपने सुरूर में आ जाएगा.
इन जिलों में पोस्ट मानसून का असर
पश्चिमी मध्य प्रदेश में पोस्ट मानसून सक्रिय है. राजस्थान की ओर से आ रहे चक्रवाती सिस्टम प्रभाव मालवा, निमाड़, ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम, भोपाल तक है. इसी कारण यहां बारिस की संभावना जताई गई है. हालांकि पूरी उम्मीद है कि 12 नवंबर के बाद रात का तापमान गिरने लगेगा.
छत्तीसगढ़ कम हुई ठंड
छत्तीसगढ़ ठंड पिछले कुछ दिनों के मुकाबले कम हो गई है. इसके पीछे हवाओं का बदला हुआ रुख है. संभावना जताई जा रही है कि अगले एक दो दिन में मौसम बदलाव आएगा. वैज्ञानिकों ने की मानें तो छत्तीसगढ़ में भी 12 नवंबर के बाद ठंड तेजी से बढ़ सकती है. अगले एक दो दिन में राज्य के कुछ हिस्सों में पोस्ट मानसून का असर दिख सकता है.