– 60 लाख की ठगी और ऑनलाइन जुए में पैसे गंवाने का आरोप
रायपुर (संवाद साधना )। विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता कुलेश्वर साहू को गरियाबंद पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी के खिलाफ नौकरी दिलाने के नाम पर 60 लाख रुपए की ठगी कर ऑनलाइन जुए में पैसे गंवाने का आरोप है। आरोपी ने पांडुका थाना क्षेत्र के महेंद्र साहू और उनके कई रिश्तेदारों को नौकरी लगाने के नाम पर यह बड़ी रकम वसूली थी।
जानकारी के अनुसार, यह मामला तीन साल पुराना है, जब आरोपी कुलेश्वर साहू गरियाबंद में पदस्थ थे। उन्होंने महेंद्र साहू को भरोसे में लेकर उनके रिश्तेदारों को नौकरी दिलाने का झांसा दिया और 60 लाख रुपए हड़प लिए। इसके एवज में उसने फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिए थे। नियुक्ति के लिए जब उम्मीदवार संबंधित विभाग में पहुंचे तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ और इसके बाद वे रकम वापस पाने के लिए अभियंता के चक्कर काटते रहे। पुलिस ने आरोपी के बलौदाबाजार स्थित निवास से तलाशी के दौरान मात्र 40 हजार रुपए नकद बरामद किए हैं। इसके साथ ही एक लैपटॉप, प्रिंटर और बोलेरो वाहन भी जब्त किया गया है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि पाण्डुका क्षेत्र के अलावा कहीं और भी इस प्रकार की ठगी की घटनाएं हुई हैं या नहीं। पुलिस ने संकेत दिए हैं कि इस मामले में अन्य पीड़ितों की भी पहचान की जा रही है। साथ ही आरोपी द्वारा इस्तेमाल किए गए बैंक खातों, डिजिटल वॉलेट्स और ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स की भी गहन जांच की जा रही है।
ऑनलाइन सट्टे और गेमिंग का मामला
यह मामला सरकारी पद का दुरुपयोग कर लोगों से धोखाधड़ी करने का गंभीर उदाहरण बन गया है। एडिशनल एसपी जितेंद्र चंद्राकर ने बताया कि पूछताछ में अभियंता ने स्वीकार किया कि उसे ऑनलाइन सट्टे और गेमिंग का नशा था। वह ठगे गए पैसे को इन प्लेटफॉर्म्स पर हार चुका था। यही वजह रही कि वह रकम लौटाने में असमर्थ रहा और लगातार टालमटोल करता रहा। अंतत: प्रार्थी महेंद्र साहू ने 14 मई को पाण्डुका थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने आरोपी कुलेश्वर साहू के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धाराओं 318(4), 336(3), 338, और 340(2) के तहत अपराध दर्ज किया। इसके बाद आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।