Friday, June 20, 2025

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सामान्य सभा के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष सहित चार कांग्रेसी पार्षदों ने पार्टी से दिया इस्तीफा

– निगम नेताप्रतिपक्ष को लेकर खुली कांग्रेस की अंदरुनी कलह

रायपुर। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष को लेकर चल रहे आपसी कहल के बीच बुधवार को संदीप साहू सहित रोनिका प्रकाश, दीप मनीराम साहू, रेणु जयंत साहू और जयश्री नायक ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इन पार्षदों ने पार्टी पर अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए पार्टी में लोकतंत्र के खत्म होने की बात कही है। साथ ही कहा है कि जमीन से जुड़े नेताओं की उपेक्षा कर संगठन को कमजोर किया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष पद के चयन प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए अपारदर्शी बरतने से पार्षदों और उनके समर्थकों में आक्रोश है। ज्ञात हो निगम चुनाव में कांग्रेस के 7 पार्षदों को जीत मिली थी, जिनमें से पांच पार्षदों ने इस्तीफा दे दिया है। हालाकि संदीप साहू ने निगम बजट और सामान्य सभा में नेता प्रतिपक्ष भूमिका निभाई, जबकि कुछ दिन पहले ही नेता प्रतिपक्ष बनाए गए आकाश तिवारी सामान्य सभा की बैठक से गायब रहे। निगम में एमआईसी और अध्यक्षों के चुनाव के बाद विपक्ष ने संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया था और उन्होंने निगम के बजट में इसकी भूमिका भी निभाई थी। वहीं निगम बजट पारित होने के तुरंत बाद पार्टी ने आकाश तिवारी का नाम घोषित किया था, जिसका संदीप साहू के समर्थकों ने खुलकर विरोध किया था।
जानकारी के अनुसार निगम ने आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष मानने से इनकार कर दिया है। जबकि कांग्रेस प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैंदू ने निगम सभापति सूर्यकांत राठौड़ से आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष और जयश्री नायक को उपनेता बनाए जाने के लिए पत्रचार भी किया था, जिस पर सभापति ने जवाब देते हुए शहर कांग्रेस कमेटी के भेजे गए पत्र में जिक्र किया और संदीप साहू को नेता प्रतिपक्ष और जयश्री नायक को उपनेता मानने की बात कही है। साथ ही इस निर्णय को विधिवत शहर कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे द्वारा भेजने पर ही व्यस्थित करने की बात कही। वही कांग्रेस के आलाकमान राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले जिला अध्यक्षों को मजबूत करने की बात कही थी, जिसके बाद जिला अध्यक्ष के निर्यण को पलटा जा रहा है ।
साहू समसाज ने किया था विरोध
संदीप साहू को हटाकर आकाश तिवारी को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर साहू समाज ने पैसा लेकर सडक़ पर इसका विरोध किया था। साथ कांग्रेस पार्टी पर पैसा लेकर नेताप्रतिपक्ष चुनने का आरोप लगाया था। फिलहाल निगम नेताप्रतिपक्ष की कमान संदीप साहू के हाथों में नजर आ रही है। वहीं कांग्रेस पार्टी द्वारा जल्द फैसला नही लिए जाने पर यह मामला पार्टी कार्यालय और निगम के सदन से जल्द बाहर आ सकता है ।

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