रायपुर, (संवाद साधना)। छत्तीसगढ़ की धरती से एक गूंज हमेशा के लिए शांत हो गई—हास्य और व्यंग्य के मंच पर लोगों को हंसते-हंसते सोचने पर मजबूर करने वाले पद्मश्री डॉ. सुरेन्द्र दुबे अब हमारे बीच नहीं रहे। गुरुवार को रायपुर स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। वे 72 वर्ष के थे। परिजनों के अनुसार, उन्हें कुछ दिन पहले सीने में तकलीफ हुई थी। इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद दोपहर करीब 4:15 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की सूचना भाजपा प्रवक्ता उज्जवल दीपक द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से दी गई।
साहित्य-जगत और प्रदेश में शोक की लहर
डॉ. दुबे के निधन की सूचना फैलते ही प्रदेशभर के साहित्य प्रेमियों, लेखकों और कलाकारों में शोक की लहर दौड़ गई। रायपुर कलेक्टर और कई जनप्रतिनिधियों ने अस्पताल पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। छत्तीसगढ़ सरकार और साहित्य परिषद की ओर से उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। कई स्कूल-कॉलेजों और सांस्कृतिक संस्थाओं में उनके सम्मान में मौन रखा गया।
अंतिम विदाई
डॉ. सुरेन्द्र दुबे का अंतिम संस्कार शुक्रवार सुबह 10:30 बजे रायपुर के मारवाड़ी श्मशान घाट में संपन्न होगा। उनके चाहने वालों से अंतिम दर्शन के लिए अपील की गई है।