– ऑपरेशन साइबर शील्ड
रायपुर, (संवाद साधना)। छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों में फैले अंतरराष्ट्रीय सिम फ्राड के सिंडिकेट का राजधानी पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। रायपुर रेंज पुलिस ने राजस्थान, मध्यप्रदेश, रायपुर, दुर्ग और धमतरी से 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी फर्जी सिम कार्ड, म्यूल बैंक अकाउंट और साइबर ठगी के नेटवर्क से जुड़े हुए हैं। इन आरोपियों में फर्जी सिम कार्ड विक्रेता, पीओएस एजेंट, डिस्ट्रीब्यूटर और संवर्धक शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी से साइबर ठगी के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। हैरान करने वाली बात यह है कि इनके द्वारा जारी किए गए हजारों फर्जी सिम कार्ड यूनाइटेड अरब अमीरात, श्रीलंका, नेपाल और म्यांमार जैसे देशों में सक्रिय साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे थे।
ये आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
गिरफ्तार आरोपी में राजस्थान निवासी नितेश कुमार, मध्यप्रदेश निवासी पीयूष पांडेय, दुर्ग निवासी हरविंदर भाटिया, दिलावर सिंह, रायपुर निवासी उदय राम यदु, आशीष कलवानी, चंदन कुमार सिंह, अतहर नवाज और सचिन गिर, दुर्ग निवासी वैभव साह और कुरुद धमतरी निवासी सूरज मारकण्डे शामिल है।
7,000 से ज्यादा फर्जी सिम, 590 मोबाइल जब्त
पुलिस जांच में अब तक 7,000 से अधिक फर्जी सिम कार्ड और 590 मोबाइल उपकरणों की पहचान हो चुकी है, जिन्हें ब्लॉक (विच्छेद) कर दिया गया है। ये सभी सिम म्यूल अकाउंट ऑपरेटरों को बेचे जाते थे, जिनका इस्तेमाल ठगी, मनी लॉन्ड्रिंग और ऑनलाइन फ्रॉड में होता था।
अपराध का दायरा और जांच की दिशा
इन सिम कार्ड्स का उपयोग म्यूल बैंक अकाउंट्स में किया जा रहा था, जो ऑनलाइन फ्रॉड, साइबर ठगी और वित्तीय धोखाधड़ी जैसे गंभीर अपराधों में इस्तेमाल हो रहे थे। सिविल लाइन और कोतवाली थानों में दर्ज कर कार्रवाई करते है वही इस ऑपरेशन से रायपुर पुलिस को साइबर ठगों की जड़ों तक पहुंचने में बड़ी सफलता मिली है। आगे और भी गिरफ्तारियों की संभावना जताई जा रही है।
अपराधियों की कमर तोडऩें का कार्य किया जा रहा
इस संबंध में आईजी अमरेश मिश्रा ने कहा कि ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत साइबर अपराधियों की कमर तोडऩे का कार्य किया जा रहा है। यह नेटवर्क सिर्फ देश नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैला हुआ है। हमारी टीम तकनीकी विश्लेषण और इंटर एजेंसी कोऑर्डिनेशन से इन अपराधियों तक पहुंचने में सफल रही है।