– यहीं दोनों संभालते थे कामकाज, विस्टों फाइनेंस के नाम पर चल रहा था सूदखोरी का धंधा
रायपुर, (संवाद साधना)। सूदखोरी, वसूली और ब्लैकमेलिंग के गंभीर आरोप में फरार चल रहे वीरेंद्र तोमर उर्फ रूबी और रोहित तोमर के अवैध नेटवर्क पर पुलिस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। सोमवार को राजधानी पुलिस ने इस नेटवर्क से जुड़े दो और सहयोगियों झंडा चौक शिवनगर चंगोराभाठा निवासी बंटी सहारे और भगत सिंह चौक टिकरापारा, निवासी जितेंद्र देवांगन उर्फ मोनू को गिरफ्तार किया है। ये दोनों ब्याज वसूली का पूरा काम संभालते थे। दोनों आरोपियों ने पूछताछ में अपराध स्वीकार किया है कि वे पिछले दो वर्षों से वीरेंद्र, रोहित और दिव्यांश तोमर के कहने पर ब्याज वसूली मैनेजर के रूप में काम कर रहे थे।
विस्टों फाइनेंस के नाम पर फर्जी मोबाइल ग्रुप
गिरफ्तार आरोपी बंटी सहारे ने पूछताछ में बताया कि वह पिछले दो वर्षों से तोमर बंधुओं के इशारे पर विस्टों फाइनेंस नाम से एक मोबाइल ग्रुप संचालित कर रहा था, जिसके माध्यम से ब्याज की वसूली की जाती थी। इस ग्रुप में ब्याजदारों की सूची, राशि की जानकारी और लेनदेन का पूरा लेखा-जोखा रखा जाता था। ब्याज नहीं चुकाने वाले लोगों को तोमर बंधुओं द्वारा धमकाया जाता था।
13 दिन से फरार, पुलिस के हाथ नहीं आए अब तक तोमर बंधु
रायपुर कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बावजूद वीरेंद्र और रोहित तोमर पिछले 13 दिनों से फरार हैं। पुलिस अब तक इस प्रकरण में एक महिला सहित कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। एसएसपी डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर गठित टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं, लेकिन अभी तक दोनों पुलिस के हाथ नहीं लगे है।