– विधायक ने वन विभाग से की चर्चा
रायपुर, (संवाद साधना)। रायपुर। नंदनवन से नवा रायपुर के जंगल सफारी में जानवरों को स्थानांतरित किए जाने की प्रक्रिया के खिलाफ स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध जताया है। सोमवार सुबह जब वन विभाग की टीम पेंथर को ले जाने पहुंची, तो ग्रामीणों ने गेट के बाहर धरना दे दिया और स्थानांतरण का विरोध किया। ग्रामीणों का कहना है कि नंदनवन केवल एक चिडिय़ाघर नहीं, बल्कि उनकी आजीविका का केंद्र भी है। यहां आने वाले पर्यटकों से चाय-नाश्ते, खिलौने और अन्य छोटी दुकानों से सैकड़ों परिवारों की रोजी-रोटी जुड़ी हुई है। यदि जानवरों को यहां से हटा दिया गया, तो नंदनवन का आकर्षण खत्म हो जाएगा और उनके रोजगार पर संकट आ जाएगा। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का नेतृत्व स्थानीय सरपंच ने किया। बाद में वे रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू से मिले और उन्हें अपनी पीड़ा से अवगत कराया। विधायक साहू ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए वन विभाग के अधिकारियों से चर्चा की और फिलहाल शिफ्टिंग की प्रक्रिया को रोकने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें पहले यह जानकारी दी गई थी कि केवल घायल और बीमार जानवरों को ही जंगल सफारी में भेजा जाएगा, लेकिन अब स्वस्थ जानवरों को भी शिफ्ट किया जा रहा है, जिससे उन्हें ठगा हुआ महसूस हो रहा है। इस समय नंदनवन में पेंथर, हिरण सहित लगभग दो दर्जन जानवर हैं। यदि इन सभी को जंगल सफारी भेज दिया जाता है, तो रायपुर का पहला चिडिय़ाघर लगभग निष्क्रिय हो जाएगा।