Thursday, June 26, 2025

Latest Posts

30 लाख की धोखाधड़ी छिपाने वकील दंपति ने की हत्या, सहयोगी भी गिरफ्तार


इंद्रप्रस्थ मर्डर कांड का खुलासा

  • बदबू न आए इसलिए आरोपियों ने शव को सीमेंट से कर दिया था प्लास्टर
  • हत्या कर पुलिस से बचने आरोपियों ने कई पैतरे अपनाए, लेकिन रहे असफल

    रायपुर(संवाद साधना)। इंद्रप्रस्थ हत्याकांड मामले में आरोपियों ने घटना को अंजाम देने के बाद बचने के लिए कई पैंतरे अपनाए, लेकिन पुलिस की तेज़ जांच और सबूतों के आधार पर वे पकड़े गए। एक पत्नी अपने पति के साथ ही मिलकर हत्या की घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने पति-पत्नी सहित दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला इंद्रप्रस्थ कॉलोनी का है।
    इस मामले की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह ने बुधवार को प्रेसवार्ता में खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि इंद्रप्रस्थ फेस-2 में एक दिन पूर्व मिले शव की गुत्थी सुलझा ली गई है। युवकी हत्या कर फेंक दिया गया था।
    इस हत्याकांड की साजिश योजनाबद्ध तरीके से रची गई थी, जिसमें आर्थिक लेन-देन और धोखाधड़ी जैसे तथ्य सामने आए हैं। अन्य संदिग्ध पूछाताछ जारी है। वहीं इस मामले में वकील अंकित उपाध्याय, उसकी पत्नी शिवानी उपाध्याय ्रसहयोगी डीडी नगर निवासी विनय यदु और सूर्यकांत यदु को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि आरोपी शिवानी ने अपने पति अंकित का साथ दिया और हत्या की घटना को अंजाम देने में सहयोग किया। हत्या के पीछे 30 लाख रुपए के लेन-देन का विवाद मुख्य कारण बताया जा रहा है।
    सफाई के बहाने बुलाकर उतारा मौत के घाट
    एसएसपी ने बताया कि आरोपी अंकित उपाध्याय ने हत्या से पांच दिन पूर्व इंद्रप्रस्थ फेस-2 स्थित डी-ब्लॉक के फ्लैट नंबर 321 को दो माह के लिए किराए पर लिया था। उसने मृतक किशोर पैकरा को यह कहकर वहां बुलाया कि आपके घर में काफी गंदगी हो गई है, जिसकी सफाई करनी है। सफाई नहीं हो जाती तब तक उसे साथ्ज्ञ में किराए के फ्लैट में रहने को कहा। 21 जून सुबह अंकित मृतक किशोर को लेकर फ्लैट पर पहुंचा। वहां मृतक नहा-धोकर नाश्ता किया, जिसके बाद अंकित ने उसे आराम करने के लिए कहा। इसके बाद आरोपी दंपति दूसरे कमरे में चली गई, जब किशोर आराम कर रहा था और उसकी आंख लग गई, तभी आरोपी अंकित उसके सीने पर बैठ गया और गला घोंट दिया, जिसमें पत्नी ने पैर पकड़ा था फिर उसने धारदार चाकू से गला रेत कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों आरोपी फ्लैट को बंद कर अपने घर सत्यम विहार लौट गए।
    पति-पत्नी और सहयोगियों ने ऐसे लगाया शव को ठिकाना
    शाम को वे फिर से फ्लैट में आए और से खून के टॉवेल से धब्बे साफ किए। आरोपी ने शव को रखने के लिए 4000 रुपए में एक ट्रॉली बैग खरीदा और शव को उसमें भर दिया। बदबू न आने इसके परफ्यूम स्प्रे की छिडक़ा, लेकिन शव पूरी तरह से ट्रॉली बैग में नहीं आ पाया। बदबू को छिपाने के लिए आरोपी ने 30 किलो सीमेंट खरीदा और शव पर प्लास्टर चढ़ा दिया। इसके बाद उन्होंने 21 जून को एक टिन की पेटी का ऑर्डर दिया। आरोपी ने पहले 400 रुपए नकद दिए और शेष 3600 रुपये 22 जून को ऑनलाइन भुगतान किए। इसके बाद आरोपी ने अपने दो मित्र डीडी नगर निवासी विनय यदु और सूर्यकांत यदु को घटना की जानकारी दी और शव को ठिकाने लगाने में मदद मांगी। 23 जून को चारों आरोपी मिलकर शव को ठिकाने लगाने के लिए निकले और फ्लैट से लगभग 700 मीटर दूर झाडिय़ों में टिन की पेटी को फेंककर फरार हो गए। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि हत्या की योजना आरोपी ने एक से दो माह पहले ही बना ली थी। आरोपी ने मृतक से अलग-अलग बहाने कर लिए थे  आरोपी अंकित उपाध्याय ने बताया कि वह पेशे से वकील है और साथ ही जमीन-मकान की खरीदी-बिक्री का कार्य भी करता है। उसने बताया कि मृतक किशोर पैकरा ने वर्ष 2015-16 में आजाद चौक स्थित अपने मकान को निवासी बेलटुकरी, खरोरा चंद्रप्रकाश कुर्रे को 50 लाख रुपए में बेचा था, किंतु उन्होंने खरीदार को मकान का कब्जा नहीं दिया और उसके खिलाफ न्यायालय में आवेदन प्रस्तुत कर दिया था। इस मामले में आरोपी अंकित उपाध्याय ने किशोर पैकरा को आश्वासन दिया था कि वह हाईकोर्ट से मकान वापस दिलवा देगा, परंतु वह केस हार गया। इसके बावजूद आरोपी ने अलग-अलग बहानों से किशोर से 30 लाख रुपए ले लिए, जिसे किशोर बार-बार वापस मांग रहे थे।

Latest Posts

Don't Miss