
रायपुर, संवाद साधन। राजधानी में एक बार फिर मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। बिरगांव स्थित व्यास तालाब के पास गुरुवार सुबह 9 बजे एक माता-पिता ने अपने दो साल के मासूम बच्चे को लावारिस हालत में छोड़ दिया गया और वहां से चला गया। घटना के बाद बिरगांव के पार्षद इकराम अहमद ने बच्चे को खमतराई थाना पहुंचाया, जहां से पुलिस ने उसे कोटा स्थित मातृछाया शिशु गृह भेज दिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले ने जानकारी दी कि बीरगांब में मिले बच्चे को थाने में लाकर छोड़ा दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। आसपास के लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन किसी ने बच्चे के परिजनों को पहचान नहीं की। आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरा हीं नहीं है। व्यास तालाब जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थल पर एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं है।
पुलिस अब तक नहीं पहुंच पाई बच्चे के परिजन तक
फोटो – भोलेश – ०१
रायपुर, संवाद साधन। राजधानी में एक बार फिर मानवीय संवेदनाओं को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। बिरगांव स्थित व्यास तालाब के पास गुरुवार सुबह 9 बजे एक माता-पिता ने अपने दो साल के मासूम बच्चे को लावारिस हालत में छोड़ दिया गया और वहां से चला गया। घटना के बाद बिरगांव के पार्षद इकराम अहमद ने बच्चे को खमतराई थाना पहुंचाया, जहां से पुलिस ने उसे कोटा स्थित मातृछाया शिशु गृह भेज दिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले ने जानकारी दी कि बीरगांब में मिले बच्चे को थाने में लाकर छोड़ा दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। आसपास के लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन किसी ने बच्चे के परिजनों को पहचान नहीं की। आस-पास कोई सीसीटीवी कैमरा हीं नहीं है। व्यास तालाब जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थल पर एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं है।
सोसाइट नोट में ये लिखा
मेरे बच्चों को अपना लेना। मैं मरने जा रहा हूं। इस दुनिया में जीना नहीं चाहता। मेरा कोई नहीं है, रहने के लिए कोई जगह नहीं है। इस बच्चे को मैं अनाथ छोड़ रहा हूं। गुड बाय। सॉरी, मुझे माफ कर देना।
पुलिस की उदासीनता पर उठे सवाल
यह मामला न केवल एक मासूम की सुरक्षा से जुड़ा है, बल्कि पुलिस व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करता है, जब एक व्यक्ति सुसाइड नोट में साफ लिख रहा है कि वह जान देने जा रहा है और अपने बच्चे को अनाथ छोड़ रहा है, तब भी पुलिस इस गंभीर संकेत को नजर अंदाज करती दिख रही है। भीड़-भाड़ वाले इलाके में सीसीटीवी न होना और कोई सतर्कता न बरतना पुलिस की उदासीनता का उदाहरण है। वहीं समाचार लिखे जाने तक बिरगांव के आसपास पुलिस को एक भी शव नहीं मिला है। वहीं पुलिस का कहना है कि छानबीन कर रही है।
पुलिस की अनदेखी और व्यास तालाब में नहीं लगे सीसीटीवी कैमरे
्रपुलिस के अधिकारियों का कहना है कि आसपास सीसीटीवी की जांच की गई लेकिन वहां सीसीटीवी कैमरा नहीं पाया गया, लेकिन यह बात सबसे चौंकाने वाली है क्योंकि व्यास तालाब जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थल पर एक भी सीसीटीवी कैमरा नहीं है। ऐसी व्यवस्था राजधानी के सुरक्षा तंत्र की पोल खोलता है।