पूर्ण जनादेश के लिए झोंक रहे ताकत
कोरबा। जिले में नगरीय निकाय चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है,कही आमने सामने की टक्कर तो कही त्रिकोणीय तो कही चतुष्कोणीय मुकाबला देखा जा रहा है। एक से एक दिग्गज अपनी किस्मत आजमाने चुनावी मैदान में स्पष्ट जनादेश कमाने में जीतोड़ मेहनत कर रहे है। इसी कड़ी में 67 वार्ड में सबसे रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है एक तरफ भाजपा के उम्मीदवार विधि विज्ञान के जानकार एवं दो बार रहे अधिवक्ता संघ के सचिव नूतन सिंह राजपूत पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जीत की प्रबल दावेदारी कर डोर टू डोर प्रचार करते नजर आ रहे है,जहां उनको पार्टी सिंबॉल और छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार होने का लाभ मिलेगा तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार वरिष्ठ नेता कांग्रेस के सच्चा सिपाही,जमीनी कार्यकर्ता विमल थवाईत पर विश्वास जताया है। मृदुभाषी,मिलनसार विमल थवाईत पुरानी बस्ती के वरिष्ठ नागरिक है ,उनके दावेदारी पर पुरानी बस्ती के वरिष्ठजन एवं मुस्लिम समुदाय का आपार समर्थन मिल रहा है अपने बेबाक बातों से विमल युवाओं के बीच भी काफी लोकप्रिय माने जाते है जिसका लाभ उनको मिलने की उम्मीद हैं ऐसा माना जा रहा है।
इधर निर्दलीय उम्मीदवार में भी दो दमदार चेहरा वार्ड 6 का समीकरण बिगड़ने और अपना परचम लहराने में काफी है जिसमें बैट छाप से संजय भंडारी एवं परिवार दशकों से लोगों की सेवा और मदद के लिए तत्पर रहे है,संजय भंडारी इस चुनाव में गेम चेंजर बन सकते है क्यों कि जिस जगह में वह निवासरत है वहां से दो बार किंग मेकर की भूमिका बखूबी निभाया चुके है पूर्व पार्षद धरम निर्मले के कार्यकाल का पूरा काम उनके निर्देश से संजय भंडारी द्वारा कराया गया जिसका लाभ बैट छाप को मिलने की उम्मीद मानी जा रही है।

दूसरी तरफ ठेला छाप से निर्दलीय नेता केशर सिंह राजपूत जो कभी जिला कांग्रेस पार्टी एन एस यू आई के अध्यक्ष रह कर पूरे जिले में अपनी अमिट छाप छोड़ी है साथ ही अनेक पदों पर रह कर जिले की राजनीति में अपना वर्चस्व बनाए रखा था पर कांग्रेस ने पार्षद चुनाव में क्यों विश्वास नहीं जताया यह समझ से परे है पर कहावत यह भी है जो दम रखता है जीत उसी की होती है । बरसो से साईं बाबा सेवा समिति एवं श्वेता नर्सिंग होम के द्वारा गरीब और जरूरतमन्दो की सेवा निस्वार्थ रह कर केशर सिंह ने अपने पक्ष में अपार जन समर्थन जुटा लिया है।
अब देखना यह है कि वार्ड क्रमांक छह के चारों दिग्गज प्रत्याशियों के इस रोचक मुकाबले में जनादेश ,जनसमर्थन किसे मिलता है।


