एमजी रोड स्थित जैन दादाबाड़ी में मनोहरमय चातुर्मास प्रवचन
रायपुर | शरीर एक मशीन है, हमें इसे हमेशा चलाते रहना है। किसी मशीन को अगर नहीं चलाओगे तो उसमें जंग लगने लगता है। आज लोगों को आराम चाहिए, यह आराम जंग की तरह है, जो अनेक बीमारियों की जड़ है। पहले के लोग घर में काम करते रहते थे, जमीन पर बैठ कर पोंछा लगाते थे, जमीन पर बैठ कर खाना पकाते थे तो उनका शरीर दिनभर चलता रहता था और उनका खाना भी अच्छे से पच जाता था। ऐसा करने से उनका शरीर भी मजबूत और स्वस्थ रहता था। ये बातें एमजी रोड स्थित जैन दादाबाड़ी में चल रहे मनोहरमय चातुर्मास प्रवचन में साध्वी शुभंकरा श्रीजी ने कही। उन्होंने कहा कि आजकल तो लोग शरीर को मजबूत बनाने के लिए जिम जाते हैं। घी और काजू-किशमिश भी खाए तो उसे पचा नहीं पाते हैं। पहले के जमाने में लोग कुंए से पानी खींचकर निकालते थे और ऐसा कर वे पानी को घी के समान बना लेते थे। आज तो हर घर में नल लगा हुआ है। उसमें भी लोग उसे चलाने तक की भी मेहनत नहीं करते हैं। हमें पानी को छान कर पीना चाहिए। यह छन्नी साफ कपड़े की होनी चाहिए और समय-समय पर उस कपड़े को भी हमें धोना चाहिए।