पटेवा क्षेत्र के तोरला पड़ाव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग की घटना
महासमुंद। पटेवा क्षेत्र के तोरला पड़ाव के पास आज अलसुबह एक अज्ञात वाहन ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठे मवेशियों को रौंद दिया। जिससे चार मवशियों की मौत हो गई वहीं दो घायल हो गए।
शहर के अंदर व बाहर आवारा मवेशियों के जमावड़े ने पालिका व प्रशासन की नाक में दम कर रखा है। शहर के अंदर तो सड़कों पर घूमने वाले मवेशियों की समय- समय पर धरपकड़ की जा रही है, बावजूद सड़कों पर हर रोज मवेशियों की संख्या बढ़ रही है। वहीं हाइवे पर जमे मवेशियों को हटाने कोई प्रयास नजर नहीं आ रहा है। पटेवा थाना प्रभारी विनोद कश्यप ने बताया कि घटना सुबह 5 से 6 बजे की है। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने एनएच आई कर्मचारियों की मदद से मवेशियों को सड़क से हटाया और मार्ग बहाल कराया। उन्होंने बताया कि मौके पर 4 गाय की मौत हो चुकी थी वहीं 2 घायल थीं। रायपुर से सरायपाली की ओर जा रहे अज्ञात वाहन के चालक ने करीब 10 मीटर तक मवेशियों को घसीटा था। घायल मवेशियों को पिथौरा के एक गौशाला में इलाज के लिए भेजा गया वहीं मृत मवेशियों के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है। मृत मवेशी किसके थे इसकी जानकारी ली जा रही है।
गत वर्ष भी हुई थी 17 मवेशियों की मौत
मालूम हो कि गत वर्ष 7 अगस्त 2023 को रायपुर से सरायपाली की ओर जा रही एक सवारी बस ने राष्ट्रीय राजमार्ग 53 पर कोडार काष्ठागार के सामने सड़क पर मवेशियों के एक झुंड पर वाहन चढ़ा दिया था जिससे 18 मवेशियों की मौत हो गई थी। घटना के बाद चालक बस छोड़कर फरार हो गया था। कुल 18 मवेशियों में गाय, बैल सहित बछड़े-बछिया शामिल थे।
राजमार्गों से मवेशियों को हटाने प्रशासन गंभीर नहीं
मालूम हो कि वैसे तो सालभर सड़कों पर मवेशी दिखते हैं। पर बरसात के दिनों में गीली जगह से बचने मवेशी सड़कों पर अपना बसेरा बना लेते हैं। शहरों में आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए कार्रवाई तो की जाती है, पर शहर के बाहर खासकर राष्ट्रीय व राज्यमार्गों पर बैठे मवेशियों को पकड़ने प्रशासन गंभीर नहीं है। बरसात के दिनों में आवारा मवेशियों के सड़क पर घूमने और बैठने से दुर्घटनाएं हो चुकी है। राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले साल भी कई मवेशियों की भारी वाहनों की टक्कर और कुचलने से गौधन की हानि भी हुई थी। साथ ही मवेशियों के टकरा जाने से छोटे वाहन चालकों की मौत व घायल होने के लगातार मामले आ चुके हैं।
मवेशियों को हटाने दो पट्रोलिंग वाहन तैनात
एन एच आई आरंग से सरायपाली के कॉरिडोर केयर टेकर महावीर सोनी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठे मवेशियों, सड़क दुर्घटना व अन्य कार्यों के लिए दो पट्रोलिंग वाहन चलाए जा रहे हंै। एक, पट्रोलिंग वाहन आरंग से सांकरा और दूसरा, पट्रोलिंग वाहन सांकरा से सरायपाली के खम्हारपाली बेरियर तक 24 घंटों तक चलती है। राष्ट्रीय राजमार्ग से मवेशियों को हटाने के साथ ही गांव-गांव में समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है जिससे मवेशियों को आवारा न छोडंÞे। उन्होंने बताया कि हमारा प्रमुख उद्देश्य एनएच पर यातायात व्यवस्था बहाल रखना है। मवेशी पालक सहित गांव के सरपंच को भी अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सड़कों पर बैठे मवेशियों को हटाने व उन्हें बांध कर रखना चाहिए।