रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में गिरफ्तार पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की रिमांड अवधि बढ़ा दी गई है। शुक्रवार को रिमांड समाप्त होने पर उन्हें रायपुर स्थित विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां सुनवाई के बाद कोर्ट ने उन्हें 25 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
पूर्व मंत्री लखमा को 2 अप्रैल को ईओडब्लू (आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा) द्वारा प्रोडक्शन वारंट पर लिया गया था। उन्हें पहले 7 अप्रैल तक कस्टोडियल रिमांड पर रखा गया, जिसके बाद पांच दिनों तक उनसे शराब घोटाले से जुड़े कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर पूछताछ की गई। ईओडब्ल्यू के सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान कुछ अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिन्हें क्रॉस वेरिफाई करने के लिए और समय की आवश्यकता बताई गई। इसी आधार पर रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की गई थी, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। छत्तीसगढ़ में हुए इस बहुचर्चित घोटाले में अब तक कई अधिकारियों और शराब कारोबारियों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, लेकिन कवासी लखमा की गिरफ्तारी को अब तक की सबसे हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारी माना जा रहा है। इस केस में करोड़ों रुपये की अनियमितता और सरकारी तंत्र के दुरुपयोग के आरोप हैं, जिनकी जांच ईओडब्लू और अन्य एजेंसियां संयुक्त रूप से कर रही हैं। मामले में छापेमारी, दस्तावेजी साक्ष्य और गवाहों से पूछताछ की प्रक्रिया लगातार जारी है।