दवा, जांच व उपचार के अलावा सफाई, मरीजों के भोजन की भी ली जानकारी
महासमुंद( संवाद साधना)। जिले में किसी भी प्रकार या किसी भी स्तर पर मानवाधिकार का हनन न हो, केन्द्र और राज्य की योजनाओं का लाभ आम जनता को मिल रहा है या नहीं इसकी हकीकत जानने आज राष्ट्रीय मानवाधिकार के स्पेशल मानिटर बालकृष्ण गोयल जिले के प्रवास पर हैं। उन्होंने मुख्यालय में सबसे पहले मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल का जायजा लिया।
श्री गोयल सुबह मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल पहुंचे। यहाँ उन्होंने जिला अस्पताल के सभी रिकॉर्ड देखे और अस्पताल अधीक्षक बसंत माहेश्वरी व चिकित्सकों से जिला अस्पताल की जानकारी ली। बाद उन्होंने जिला अस्पताल स्त्री रोग चिकित्सक कक्ष के सामने बैठीं महिलाओं से सभी आवश्यक जांच, दवा के विषय में चर्चा कीं। यहाँ मौजूद चिकित्सक से भी हर दिन पहुंचने वाली गर्भवती महिलाओं के विषय में जानकारी ली। बाद जनरल वार्ड, आईसीसीयू और शिशु बाल्य रोग वार्ड पहुंचे और मरीजों से ईलाज, समय पर चिकित्सक आते हैं या नहीं, दवाई, जांच व उपचार के विषय में मरीजों से बात की। साथ ही सफाई व्यवस्था, मरीजों को मिल रहे भोजन की भी जानकारी ली। उन्होंने शिशु बाल रोग वार्ड में भर्ती बच्चों व उनके परिजनों से भी उपचार संबंधी चर्चा की। ड्यूटी नर्सों व चिकित्सकों से भी चर्चा कर परेशानियां पूछीं। निरीक्षण के दौरान अस्पताल अधीक्षक बसंत माहेश्वरी, महिला एवं बाल विकास अधिकारी समीर पांडे, समाज कल्याण विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
मरीज ने कहा-डॉक्टर कहते हैं बाहर से जांच कराओ
निरीक्षण के दौरान विभाग के सेवानिवृत्त कर्मी सीआर चंद्राकर ने श्री गोयल को पर्ची दिखाते हुए कहा कि उनके सीने में दर्द है डॉक्टर ने जो जांच लिखी है वह यहाँ नहीं हो रही है, कहते हैं बाहर से कराओ। जिस पर श्री गोयल ने अस्पताल अधीक्षक से बात की और दो दिन के भीतर मरीज की जांच जिला अस्पताल में ही कराने की व्यवस्था के निर्देश दिए । इस दौरान गर्भवती महिलाओं ने बताया कि सोनोग्राफी हेतु एक- एक माह तक समय दिया जाता है। महिलाओं की शिकायत दूर करने के भी तत्काल निर्देश दिया गया।
मेस में सफाई व्यवस्था और डाइट चार्ट को लेकर जताई नाराजगी
श्री गोयल अस्पताल के मेस पहुंचे तो सफाई व्यवस्था को लेकर नाराज हुए। उन्होने यहाँ मरीजों के लिए नास्ता व भोजन व्यवस्था का भी जायजा लिया और डाइट चार्ट को लेकर भी नाराजगी जाहिर करते हुए मेस में खाना बनाते समय साफ-सफाई और डाइट चार्ट का पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने अस्पताल के अधिकांश कर्मी, चिकित्सक व अन्य स्टाफ के पास आईडी न होने को लेकर अधीक्षक को निर्देश दिया कि सभी का पहचान पत्र बनवाया जाए।
खामियों को दूर करने निर्देश दिए हैं : गोयल
मानवाधिकार के स्पेशल मानिटर श्री गोयल ने बताया कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग का यह संकल्प है कि किसी भी प्रकार से मानवाधिकार का हनन न हो। इसी की हकीकत जाने वे छह दिनी दौरे पर छग में हैं। रायपुर के बाद यह दूसरा जिला है ,यहाँ के बाद दुर्ग व राजनांदगांव जाएंगें। निरीक्षण के दौरान शासकीय अस्पताल, स्कूल, वृद्धाश्रम व बाल संप्रेषण गृह का दौरा कर रहे हैं। यहाँ अस्पताल के सभी रिकॉर्ड की जांच की,मरीजों से मिलकर उनके उपचार, दवाई, खाना,जांच और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। कुछ कमियां है जिसे दुरुस्त करने निर्देश दिया गया है। चारों जिलों का निरीक्षण करने के बाद रिपोर्ट मानवाधिकार आयोग भेजा जाएगा।