Sunday, November 17, 2024

Latest Posts

राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित हुआ महासमुंद का बेटा निरीक्षक हेमंत पटेल, मार गिराया था खतरनाक नक्सली कमांडर माड़वी हिड़मा

 

राष्ट्रपति वीरता पदक से हतबंध  थाना प्रभारी निरीक्षक हेमंत पटेल को मुख्यमंत्री विष्णुदेव ने सम्मानित किया। यह पुरस्कार उन्हे 15 अगस्त के अवसर पर रायपुर स्थित पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया है। इस वीरता पुरस्कार को गेलेन्ट्री अवार्ड कहा जाता है।  अदम्य साहस , शौर्य और वीरता के लिए दिया जाता है । थाना प्रभारी हेमंत पटेल ने अब तक 67 नक्सली आपरेशन मे नेतृत्व किया और हर आपरेशन में उन्होने अपनी बहादुरी, दूरदर्शिता और साहस का परिचय दिया है और यही कारण था कि उन्हे और अधिक जटिल आपरेशन में शामिल किया जाता रहा और उन्होने अपने उच्चाधिकारियों के विश्वास पर खरा उतरते हुए हर आपरेशन में बेहतर प्रदर्शन किया और सफलता दिलायी । अपनी द्वितीय पदस्थापना धमतरी के बाद जब वे सुकमा आये जहां वे 2019 से 2023 तक रहे । इसी दौरान उन्हे सुकमा के डीआरजी भेज्जी में कमांडर के पद पर रहकर नक्सल गश्त अभियान ग्राम भंडार पदर मे नक्सलियो द्वारा लगाये एम्बुश के काउंटर, एम्बुश कर नक्सली कमांडर माड़वी हिडमा को ढेर किया था । यह आपरेशन उन्होने अपनी जान हथेली पर रख कर किया था । इस आपरेशन में आर या पार की स्थिति थी, जिसमें उन्होने अपने अदम्य साहस , मनोबल , शौर्य और त्वरित बुद्धिमतापूर्ण निर्णय से खतरनाक नक्सली कमांडर माड़वी हिड़मा को मार गिराया था। अनेक नक्सली हमलों में शामिल रहने वाले माड़वी हिड़मा के ढेर हो जाने से नक्सली गतिविधियों में कमी आयी । इस बहादूरी के लिए 26 जनवरी 2024 को उन्हे गेलेन्ट्री अवार्ड के लिए नामित किया गया था, जो आज उन्हे राष्ट्रपति की ओर से सीएम के हाथों प्रदान किया गया ।

हर स्थिति को अपने अनुकूल बनाने में माहिर हेमंत पटेल2013 मे सब इंस्पेक्टर की परीक्षा प्रथम प्रयास मे ही चयनित होने वाले हेमंत पटेल में साहस और वीरता कूट-कूट कर भरा था इसलिए जब उनकी पहली पदस्थाना छत्तीसगढ़ के आखिरी छोर और खतरनाक नक्सली क्षेत्र मे हुआ तो उन्होने बिना माथे पर शिकन लाये बलरामपुर गये और 17 महीने बिताये और इन 17 महीनो में उन्होने अपनी पूरी निष्ठा और काबिलियत से लोगो को पुलिस का जनरक्षक का चेहरा दिखाया और यह हेमंत पटेल की ही काबिलियत थी कि बलरामपुर की आम और खास जनता उन पर विश्वास करती थी । उन्होने इस दौरान अनेक कैंप जन हितकारी लगाये । पुलिस और आम जनता के बीच के फासले को कम करने का सार्थक प्रयास किया ।अपने 11 साल के पुलिस करियर में 67 नक्सली आपरेशन सफलता पूर्वक संचालित करने वाले हेमंत पटेल पर आज पूरा महासमुंद जिला गर्व करता है और महासमुंद का गांव खटखटी बसना में तो आज उत्सव का माहौल है जहां उनकी पैदाइश हुई । सरायपाली का प्राथमिक स्कूल कुटेला में निश्चित ही हेमंत पटेल की शौर्य गाथाओ से बच्चो को प्रेरित किया जायेगा। वही उनके हाईस्कूल शिशु संस्कार केन्द्र महासमुंद में विद्यार्थी अपने सीनीयर हेमंत पटेल पर गर्व करेंगे और बहादुरी के लिए उनका उदाहरण दिया जायेगा । उनकी उच्च शिक्षा जय हिंद कालेज महासमुंद मे हुई है जहां के प्राध्यापक अपने मेधावी शिष्य का उदाहरण अकसर देते है और ये सभी उन्हे अपनी अपनी शुभकामनाएं लगातार प्रेषित कर रहे है । वे अपनी इस सफलता और सम्मान का श्रेय अपने माता,-पिता , गुरुजनो और अपने चाचा  घनश्याम पटेल के बहुमूल्य मार्गदर्शन को देते है ।

Latest Posts

Don't Miss