
कोरबा जिले के विभिन्न उद्योगों एसईसीएल, एनटीपीसी से लगभग 250 से 300 कार्यकर्ता दिल्ली रवाना होंगे
सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में निजीकरण एवं विनिवेश के विरोध में दिल्ली संसद भवन पर भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर 17 नवंबर को विशाल रैली एवं धरना प्रदर्शन होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ सहित देश के सभी हिस्सों से बीएमएस के पदाधिकारी कार्यकर्ता और भारी संख्या में सार्वजनिक क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारी उपस्थित रहेंगे।भारतीय मजदूर संघ कोरबा के जिला मंत्री नवरतन बरेठ ने बताया कि सार्वजनिक प्रतिष्ठानों में निजीकरण एवं विनिवेश के विरोध में कर्मचारियों के हित में संसद भवन दिल्ली में विशाल रैली एवं धरना प्रदान किया जाएगा।
जिसमें भारतीय मजदूर संघ से संबंधित सभी कर्मचारी संघ (बीएमएस) के पदाधिकारी, कार्यकर्ता कर्मचारी और मजदूर मुख्य रूप से शामिल होंगे। जिला मंत्री नवरतन बरेठ ने उपरोक्त धरना प्रदर्शन में कोरबा जिले के सम्बद्ध समस्त उद्योगों, कर्मचारी संघों ज्यादा से ज्यादा संख्या में सम्मिलित होकर कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया है। उपरोक्त प्रस्तावित धरना/ प्रदर्शन में कोरबा जिले से एसईसीएल, एनटीपीसी एवं बालकों से लगभग 250 से 300 की संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता दिल्ली रवाना होंगे।

विदित कि भारतीय मजदूर संघ श्रमिकों के क्षेत्र में काम करने वाले विश्व का नंबर-1 का स्वतंत्र एवं गैर राजनीतिक श्रमिक संगठन है, जो कर्मचारियों के हित में सदैव तत्पर रहता है एवं उन्हें न्याय दिलाने का हर संभव प्रयास करता है। इसके पूर्व विभिन्न उद्योगों एसईसीएल, एनटीपीसी में मजदूर संगठनों ने 17 नवंबर की संसद पर रैली धरना प्रदर्शन के लिए कर्मचारियों के बीच में जन जागरण अभियान चलाया था।
*प्रमुख मांगे:-* (1) सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों के निजीकरण एवं विनिवेश पर रोक। (२) संविदाकारण, आउटसोर्सिंग पर रोक। (3) एन.सी.डब्ल्यू. के 11 वीं वेतन समझौता जल्दी करो।
(4) कोयला उद्योग में भर्ती जारी रखने। (5) ठेका श्रमिकों के लिए 8 घंटे काम सुनिश्चित कर एचपीसी का वेतन भुगतान करने। (5) सामाजिक सुरक्षा, सीएमपीएफ पेंशन प्रदान कर ठेका श्रमिक एवं परिजनों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने। (5) सी.पी.आर.एम.एस. स्कीम को कैशलेश कर त्रुटियों में आवश्यक सुधार और सी.एम.पी.एफ. संस्था को सुधारने आदि।