Thursday, June 19, 2025

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मछली पालन बन रहा आय का जरिया

कलेक्टर के दिशा निर्देशन में मिल रहा मछली पालन की बढ़ावा

हितग्राहियों ने कमाया 1 लाख 30 हजार का शुद्ध मुनाफा

राज्य शासन ने मछली पालन में किसानों को भरपूर आमदनी होने की संभावनाओं को देखते हुए मछली पालन को कृषि का दर्जा दिया है। शासन द्वारा मछली पालकों की आमदनी बढ़ाने किसानों को भरपूर सहयोग करने के लिए कार्य किया जा रहा है। मछली पालन व्यवसाय से जुड़े किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है। इसी तरह जांजगीर चांपा जिले में भी कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा के दिशा निर्देशन में मछली पालन हेतु विशेष प्रयास किए जा रहे हैं जिससे लोगों को रोजगार प्राप्त हो रहा है और वे एक अच्छी आमदनी भी प्राप्त कर रहे हैं।
        इसी कड़ी में जिला जांजगीर-चांपा अंतर्गत विकासखंड बम्हनीडीह ग्राम नकटीडीह के मत्स्य कृषक श्रीमती अमरीकाबाई, श्री सौखीलाल टंडन एवं अन्य दो सदस्यों ने मत्स्य पालन कर अपने आर्थिक स्तर को सुधार करने का प्रयास कर रहे हैं। समूह के सदस्यों द्वारा अपने गांव में मछली पालन के गतिविधियों को देखा एवं उससे प्राप्त मुनाफे के बारे में ज्ञात होने पर स्वयं मछली पालन करने का उनके मन में विचार आया और वर्ष 2020-21 में  समूह ने मछली पालन हेतु अपने ग्राम के बैमन तालाब को 10 वर्षीय पट्टे पर लिया एवं विभाग में संचालित विभागीय योजना अंतर्गत 10 दिवसीय तकनीकी मछुआ प्रशिक्षण प्राप्त कर तालाब में मत्स्य पालन का कार्य करना प्रारंभ कर दिया। जिसमे विगत 1.5 वर्षों से समूह द्वारा 500 किलो ग्राम मत्स्य बीज लगभग 80 हजार रुपए की लागत से  क्रय कर संचयन किया गया। इस मत्स्य बीज से कुल 2 हजार किलो ग्राम मछली उत्पादन हुआ जिसे बेच कर उन्होंने 2 लाख 50 हजार की आमदनी प्राप्त की । जिसमें से समूह को अभी तक शुद्ध मुनाफे के रूप 1 लाख 30 हजार रुपए प्राप्त हुआ है। अभी और भविष्य में उक्त समिति द्वारा बैमन तालाब से लगभग 500-700 कि. ग्राम मत्स्य प्रजनक उत्पादन होने की संभावना है। जिसकी कुल राशि 75 हजार रुपए होगी। इस प्रकार वे मछली पालन के कार्य से लाभ ले रहें है, एवं मुनाफा कमा रहें है।

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