महासमुंद। भारतीय जनता पार्टी आरोप समिति ने विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर पर 36 आरोप लगाया है। विधायक पर गुंडागर्दी को बढ़ावा देने और क्षेत्र में किए वायदों को पूरा नहीं करने का आरोप लगाते हुए आज कलेक्टोरेट का घेराव कर कलेक्टर को 36 बिंदुओं का आरोप पत्र सौंपा ।
सौंपे गए आरोप पत्र में उन्होने कहा कि महासमुंद विधानसभा में गैंगवार रेत माफिया, शराब माफिया, भाई- भतीजावाद को बढ़ावा दिया गया है। गली-गली में शराब बेची जा रही है। वहीं क्षेत्र की जनता रेत माफियाओं के गुंडागर्दी से तस्त्र है। डीएमएफ का दुरूपयोग और भ्रष्टाचार की कहानी साइकिल यात्रा से स्पष्ट है। शासकीय निर्माण कार्यों में भाई भतीजावाद व कांग्रेसियों द्वारा बंदरबांट की गई है। गरीब अदिवासियों को प्रताड़ित किया जा रहा है, केंद्र सरकार की सौगात से मेडिकल कॉलेज मिला लेकिन 175 करोड़ रुपए की स्वीकृति मिलने के बाद भी महाविद्यालय व अस्पताल प्रारंभ नहीं हो पाया। इसी तरह कृषि महाविद्यालय भवन अब तक नहीं बन पाया है। गोंठानों के बजाए सड़क में मवेशियां खुलेआम घूम रहे हंै। ग्राम पंचायतों को 50 लाख के कार्य अधिकार के बावजूद दूसरी एजेंसी से कार्य कराया जा रहा है, और तो और इस विधानसभा की 45 स्कूलों का जीर्णोद्धार गृहनिर्माण मंडल से कराया जाना भी आश्चर्यजनक है। आरोपों की फेहरिस्त में नहर लिंक रोड, तेंदूपत्ता प्रबंधकों से किया वायदा पूरा नहीं करने, झलप रेस्ट हाउस निर्माण कार्य नहीं होने, मुस्की, गोपालपुर कोडार नाले पर पुल निर्माण प्रारंभ नहीं होने, झलप में हायर सेकेंडी भवन का वायदा पूरे नहीं होने, तुमगांव में आईटीआई की घोषणा पूरी नहीं होना आदि शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक की निष्क्रियता के कारण उपरोक्त कार्य पूरे नहीं हो पाए हंै इससे आम जनता परेशान हंै।