– रायपुर के व्यापारियों पर बदनाम करने का लगा गंभीर आरोप
रायपुर। अब्बा हुजूर चावल ब्रांड को लेकर एक बड़ा ट्रेडमार्क विवाद सामने आया है। तेलंगाना के मिर्यालगुड़ा के चावल व्यवसायी संतोष रेड्डी गंथा ने रायपुर के व्यापारियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में मामला दर्ज कराया है। रेड्डी का दावा है कि वर्ष 2011 में उन्होंने इस ब्रांड की शुरुआत की थी और वे इसके मूल डिजाइनर हैं, लेकिन अब, रायपुर स्थित आराध्या एग्रो टेक के मालिक किशन खेतपाल, उनके सहयोगी नरेंद्र खेतपाल, और नागपुर के दिलीप दोशी (शारदा राइस मिल) पर आरोप है कि वे इस ब्रांड को हथियाने, बदनाम करने और उनके व्यापार को समाप्त करने की साजिश रच रहे हैं।
1 करोड़ की फिरौती और धमकी का आरोप
शिकायतकर्ता संतोष रेड्डी के अनुसार, फरवरी 2025 में आरोपियों ने उनसे हैदराबाद और मिर्यालगुड़ा में मुलाकात की और धमकी दी कि यदि उन्होंने अब्बा हुजूर ब्रांड का इस्तेमाल बंद नहीं किया, तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
इसके बाद, व्हाट्सएप ग्रुप्स में झूठे और मानहानिपूर्ण संदेश प्रसारित किए गए, जिनमें दावा किया गया कि ब्रांड अब आराध्या एग्रो टेक का रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क है। इतना ही नहीं, रेड्डी से 1 करोड़ रुपये की फिरौती भी मांगी गई, ताकि यह डिजिटल हमला रोका जा सके। जब उन्होंने रकम देने से इनकार किया, तो ब्रांड को पूरी तरह खत्म कर देने की धमकी दी गई।
एफआईआर दर्ज, पुलिस जांच जारी
यह मामला 11 मार्च 2025 को दर्ज किया गया, जिसमें बीएनएस की धाराएं 30(2) और 351(2) के तहत केस दर्ज हुआ है। मामले की जांच एसआईपी ए. सईदीरेड्डी द्वारा की जा रही है। तेलंगाना पुलिस के अनुसार, खेतपाल ने अपने बेटे और अन्य व्यापारियों के साथ मिलकर यह साजिश रची। तेलंगाना पुलिस की एक टीम रायपुर पहुंच चुकी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। जिसके बाद आरोपियों ने चिकित्सा आधार पर अग्रिम जमानत ले ली है।
वर्जन
चर्चित ब्रांड के चावल के ट्रेडमार्क विवाद और फिरौती मांग के मामले में तेलंगाना पुलिस की टीम रायपुर आई थी, जिसमें आरोपियों द्वारा अग्रिम जमानत ले ली गई है।
लंबोदर पटेल, सीएसपी माना