गरीब और मध्यम वर्गी परिवार को कम कीमत में मिलता था सामान
शहर में घूमना बंद हुआ भारत ब्रांड सामान वाला वैन
रायपुर। केंद्र सरकार ने बढ़ती महंगाई से गरीब और मध्यम वर्गी लोगों के लिए बेहद कम दर पर चावल और आटा देना शुरू किया था। मोबाइल वैन के द्वारा शहरों में भारत ब्रांड का आटा, चावल, दाल और प्याज पहुंचाया जाता था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से सामान लोगों उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। इससे लोग परेशान है और फिर उन्हें अधिक दाम वाले बांड के सामान खरीदने के लिए मजबूर है। राजधानी में अब इसके मोबाइल वैन और सामान देखने को नहीं मिल रहे हैं। बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने दूसरे चरण में भारत आटा और भारत चावल केन्द्रीय भंडार, नेफेड और एनसीसीएफ की दुकानों और मोबाइल वैन से बेचने का निर्देश दिया था। इसके साथ ही कई ई-कॉमर्स बड़ी शृंखला वाले खुदरा विक्रेताओं के स्टोर उपलब्ध कराने का निर्देश था, लेकिन वितरण पूरी तरह सुपर मार्केट को दे दिया गया है , जो आम जनता के पहुंच से दूर है। वहीं सुपर मार्केटों में नेफेड भारत ब्रांड का सामान तो भेज रहा है, लेकिन सुपर मार्केटों के स्टॉल में यह देखने को नहीं मिलता है। नेफेड ने शहर में मोबाइल वैन नहीं घूमने का हवाला मार्च क्लोजिंग बताया है और सुपर मार्केट में भारत ब्रांड उपलब्ध होने कि बात कही। पहले चरण में सफलता के बाद केंद्र सरकार ने दूसरे चरण में इसकी शुरआत दिसंबर 2024 किया था। दूसरे चरण में भारत ब्रांड के सामानों की कीमत को थोड़ा बढ़ाया गया था। हालांकि फिर भी बाजार के भाव से यह दाम काफी कम हैं।
जानिए भारत ब्रांड की कीमत
इस बार भारत आटा की कीमत 30 रुपए प्रति किलो ग्राम तो वहीं भारत चावल की कीमत 34 रुपए प्रति किलोग्राम है। अगर सामान्य दुकानों में मिलने वाला आटा की कीमत 40 रुपए और चावल लगभग 50 रुपए किलोग्राम से शुरू होता है। भारत आटा और चावल के दूसरे चरण के लिए सरकार ने तीनों संगठनों को 3.6 9 लाख टन गेहूं और 2.91 लाख टन चावल उपलब्ध कराए है। इस योजना के पहले चरण के दौरान, लगभग 15.20 लाख टन भारत आटा और 14.58 लाख टन भारत चावल सामान्य उपभोक्ताओं को रियायती दरों पर उपलब्ध कराया गया था।