कमीशनखोरी का मामला अभी शांत हुआ नही था कि एक बार फिर छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण विभाग में खम्बे बेचने का मामला उजागर हो रहा है। जब से विद्युत वितरण विभाग नगर संभाग औऱ ग्रामीण में नए अधिकारियों की पदस्थापना हुई है तब से खम्बे बेचने के मामले में बढ़ोत्तरी हुई है। मिली भगत कर बेचे गए माल से कमाये रकम को इस तरीके से आपस बांट रहे है की किसी को कानों कान खबर नही लग रही है। मानो ऐसा लग रहा है कि सी एस ई बी मुख्यालय से पदस्थापन पत्र कम खंबे बेचने औऱ कमीशनखोरी का लाइसेंस ले कर कोरबा आये है। मामला यह है कि गोपालपुर से दर्री तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य पीडब्लूडी के माध्यम से कराया जा रहा है जिसमे 11 के व्ही ए की लाईन शिफ्टिंग का कार्य किया जा रहा है।ठेका जिला जांजगीर चाम्पा के जायसवाल ठेकेदार को मिला है।

जिसमे उक्त ठेकेदार को 11 मीटर के नए एच बीम खंबे लगाने है पर उक्त ठेकेदार बेख़ौफ़ अधिकारियों से मिली भगत कर उखड़े गए पुराने खम्बो को पेंट कर लगा रहा है साथ ही दिखाने के लिए कुछ नए खम्बे जरूर रखा है पर उसका भी जोर पुराने खम्बो में ज्यादा है क्योंकि पुराने खम्बे उसे आधे से भी कम रेट में वही मिल जा रहा है औऱ उसका ट्रांसपोर्टिंग का पैसा भी बच जा रहा है जबकि पुराने खम्बो को सी एस ई बी कोरबा के स्टोर में जमा किया जाना है।इस मामले की खबर मिलते ही इसकी सत्यता जानने वहाँ पहुचे औऱ कुछ लोगो से चर्चा करने के बाद वहां की वीडियोग्राफी औऱ फोटोग्राफी की गई जिसमें विद्युत वितरण विभाग के पुराने पोल को उखाड़ कर लगाना पाया गया। विडंबना यह है कि विद्युत वितरण के अधिकारी कर्मचारियों के सुपरविजन में यह कार्य होना चाहिए पर अधिकारी बाप बड़ा ना भैया सबसे बड़ा रुपइया के तर्ज पर काम कर रहा है ।