
हाल में कनाडा में स्वामीनारायण मंदिर के बाहर तोड़फोड़, नारेबाजी, भारत विरोधी बातें लिखे जाने की घटना के बाद टोरंटो में एक और ऐसा ही मामला सामने आया है।
पिछले दिनों भारत सरकार ने कनाडा में भारतीय नागरिकों और छात्रों की सुरक्षा के लिए एडवायजरी जारी की थी।
टोरंटो: हाल में कनाडा में स्वामीनारायण मंदिर के बाहर तोड़फोड़, नारेबाजी, भारत विरोधी बातें लिखे जाने की घटना के बाद टोरंटो में एक और ऐसा ही मामला सामने आया है। टोरंट में श्री भगवद गीता पार्क के बाहर लगे साइन बोर्ड को कुछ अराजत तत्वों ने तोड़ दिया। हाल में इस पार्क का नाम भगवद गीता पार्क रखा गया था। मेयर पैट्रिक ब्राउन ने पार्क के बाहर तोड़फोड़ किए जाने की पुष्टि करते हुए घटना की जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
हाल ही में भारत सरकार ने कनाडा में भारतीय नागरिकों और छात्रों के लिए एडवायजरी करते हुए अपना ध्यान रखने को कहा था। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि कनाडा में घृणा अपराध, नस्ली हिंसा और भारत विरोधी गतिविधियों से जुड़ी घटनाओं में तीव्र वृद्धि हुई है, ऐसे में वहां भारतीय नागरिकों और छात्रों को सचेत एवं चौकस रहने की सलाह दी जाती है।
बहरहाल, मेयर पैट्रिक ब्राउन ने पार्क के बाहर हुई घटना की निंदा करते हुए कहा कि ‘हम इसके लिए जीरो टॉलरेंस रखते हैं।’ उन्होंने यह भी कहा कि मामले को अब आगे की जांच के लिए पील क्षेत्रीय पुलिस (Peel Regional Police) को भेज दिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्क विभाग जल्द से जल्द बोर्ड को ठीक करने के लिए काम कर रहा है।
गौरतलब है कि पिछले महीने कनाडा के ब्रैम्पटन शहर नगर निगम ने वार्ड 6 में स्थित एक पार्क का नाम ‘श्री भगवद गीता पार्क’ रखा। यह पार्क 3.75 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। इस पार्क का सौंदर्यीकरण किया जाना है और इस पार्क में रथ पर सवार भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन की मूर्ती लगाई जाएगी।
पिछले महीने, कनाडा के टोरंटो में BAPS स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिख दिए गए थे। भारतीय उच्चायोग ने इसके बाद घटना की निंदा की थी और कनाडा के अधिकारियों से जांच करने और त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह भी किया था। घटना के बाद भारतीय मूल के कनाडा के सांसद चंद्र आर्य ने आरोप लगाया था कि कनाडा में खालिस्तानी चरमपंथी इस घटना के लिए जिम्मेदार थे।