सीमावर्ती लोगों के पुनर्वास के लिए जिंदल कर्मचारी भी करेंगे सहयोग
रायपुर (संवाद साधना)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता ने जहां देश को गौरव से भर दिया, वहीं इस दौरान जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले हजारों लोगों को भीषण मानवीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे कठिन समय में जिंदल स्टील के चेयरमैन और कुरुक्षेत्र से लोकसभा सांसद नवीन जिंदल ने संवेदनशील और मानवीय पहल करते हुए इन पीडि़त परिवारों के पुनर्वास में सहयोग का संकल्प लिया है।
22 अप्रैल को ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की। इस दौरान पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में कई भारतीय गांव प्रभावित हुए, जिससे कई नागरिक को बेघर होना पड़ा । जिसे दोबारा बसाने के लिए उन्होने सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है। इस सहयोग में जिन्दल स्टील समूह के 20 हजार से अधिक कर्मचारियों ने स्वेच्छा से अपना एक दिन का वेतन देना भी शामिल है।
हर संकट में खड़ा है राष्ट्र के साथ
जिंदल स्टील का यह योगदान कोई नया उदाहरण नहीं है। कोविड-19 संकट के दौरान देशभर में ऑक्सीजन आपूर्ति से लेकर मुफ्त भोजन वितरण तक अनेक राहत कार्य किये थे। वहीं पीएम केयर्स फंड में 25 करोड़ रुपए का योगदान दिया था। 2013 की उत्तराखंड आपदा में भी कंपनी ने सहायता की थी। इस तरह जिन्दल स्टील हर संकट में राष्ट्र के साथ खड़ी रही है। नवीन जिंदल का यह निर्णय न केवल एक आर्थिक सहायता है, बल्कि देश से उनके गहरे प्रेम और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रमाण भी है। सीमावर्ती क्षेत्रों के हमारे नागरिकों को यह भरोसा दिलाना आवश्यक है कि संकट की इस घड़ी में देश उनके साथ खड़ा है।
22 अप्रैल को ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की। इस दौरान पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में कई भारतीय गांव प्रभावित हुए, जिससे कई नागरिक को बेघर होना पड़ा । जिसे दोबारा बसाने के लिए उन्होने सहायता राशि प्रदान करने की घोषणा की है। इस सहयोग में जिन्दल स्टील समूह के 20 हजार से अधिक कर्मचारियों ने स्वेच्छा से अपना एक दिन का वेतन देना भी शामिल है।
हर संकट में खड़ा है राष्ट्र के साथ
जिंदल स्टील का यह योगदान कोई नया उदाहरण नहीं है। कोविड-19 संकट के दौरान देशभर में ऑक्सीजन आपूर्ति से लेकर मुफ्त भोजन वितरण तक अनेक राहत कार्य किये थे। वहीं पीएम केयर्स फंड में 25 करोड़ रुपए का योगदान दिया था। 2013 की उत्तराखंड आपदा में भी कंपनी ने सहायता की थी। इस तरह जिन्दल स्टील हर संकट में राष्ट्र के साथ खड़ी रही है। नवीन जिंदल का यह निर्णय न केवल एक आर्थिक सहायता है, बल्कि देश से उनके गहरे प्रेम और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रमाण भी है। सीमावर्ती क्षेत्रों के हमारे नागरिकों को यह भरोसा दिलाना आवश्यक है कि संकट की इस घड़ी में देश उनके साथ खड़ा है।