रायपुर। आरंग क्षेत्र में 78 महिलाओं के साथ 30 लाख की ठगी हुई है। मां दंतेश्वरी लघु उद्योग समूह की इन महिलाओं को आटा चक्की यूनिट और हर माह 6,000 मानदेय देने का झांसा देकर एक फर्जी एनजीओ ने ठगी कर डाली। रायपुर निवासी राखी ध्रुव उर्फ रानी मिरी (46 वर्ष) और उसकी सहयोगी पूनम नायक ने खुद को समाजसेवी बताते हुए महिलाओं को आटा चक्की व्यवसाय से जोडऩे का प्रलोभन दिया। इसके लिए पहले महिलाओं के बैंक खाते खुलवाए गए, फिर प्रत्येक को 40,000 का लोन दिलवाया गया। इसके बाद उनसे कहा गया कि वे यह राशि उन्हें सौंप दें, ताकि मशीनें और सेटअप खरीदा जा सके। यह घटना वर्ष 2024 में शुरू हुई। प्रारंभ में कुछ महीनों तक लोन की किश्तें भरकर विश्वास कायम किया गया। लेकिन बाद में दो महीनों तक किस्तें नहीं भरी गईं, जिससे बैंकों ने महिलाओं को वसूली नोटिस भेजना शुरू कर दिया। इसी दौरान महिलाओं को ठगी का एहसास हुआ।
बैंकों और महिलाओं की स्थिति
फर्जी एनजीओ द्वारा निम्न बैंकों से ऋण दिलवाया गया
नाबार्ड – 4 महिलाएं
बंधन बैंक – 6 महिलाएं
एलएनटी फाइनेंस – 28 महिलाएं
सोनाटा फाइनेंस – 2 महिलाएं
एचडीएफसी (शाखा महासमुंद) – 10 महिलाएं
इसके अलावा, 25 महिलाओं ने नकद 40,000 और 4 महिलाओं ने 5,000 की राशि सीधे दी थी। सभी 78 महिलाओं ने जब राखी ध्रुव और पूनम नायक से संपर्क किया, तो उन्होंने किस्त भरने का आश्वासन दिया, लेकिन अब तक कोई भुगतान नहीं किया गया है।
व्यवसाय ठप, महिलाएं कर्ज में डूबीं
अब इन सभी महिलाओं के आटा चक्की उद्योग भी बंद हो चुके हैं। बावजूद इसके, बैंक किस्त जमा करने का दबाव बना रहे हैं। कुछ महिलाएं अपनी तरफ से किश्त भर रही हैं, जिससे उन्हें आर्थिक हानि हो रही है और वे मानसिक रूप से भी परेशान हैं। महिलाओं ने बताया कि वे आगे किश्त चुकाने में असमर्थ हैं 7 राखी ध्रुव उर्फ रानी मिरी और पूनम नायक द्वारा 78 महिलाओं से कुल 30,20,000 की ठगी व धोखाधड़ी की गई है।
पुलिस कार्रवाई और पुराना इतिहास
पुलिस ने मामले में बीएनएस की धारा 318(4), 3(5) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। वहीं, जानकारी के अनुसार, आरोपी राखी ध्रुव पूर्व में भी एक धोखाधड़ी के मामले में महासमुंद में हिरासत में है 7