रायपुर। संसद में वक्फ संशोधन अधिनियम को झंडी मिलते ही छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने सक्रियता बढ़ा दी है। भारत सरकार की 10 सदस्यीय टीम शुक्रवार को रायपुर पहुंची है और वक्फ संपत्तियों का निरीक्षण कर रही है। टीम की अगुवाई छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज कर रहे हैं। फिलहाल यह टीम टिकरापारा स्थित फाते शाह मार्केट का निरीक्षण किया है। इससे पहले डॉ. सलीम राज का एक बड़ा बयान सामने आया था, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश की किसी भी मस्जिद या दरगाह में वक्फ बिल के विरोध में चर्चा नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसा करने पर मुतवलियों और पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सनातन बोर्ड बनाने की वकालत
डॉ. सलीम राज ने कहा कि जिस तरह वक्फ बोर्ड है, उसी तरह सनातन बोर्ड भी बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखेंगे। उनका मानना है कि सनातन बोर्ड बनने से मठों की जमीनों पर हो रहे अवैध कब्जे और बंदरबांट पर रोक लगेगी। डॉ. राज ने नए वक्फ बिल को मुस्लिम समाज, विशेष रूप से गरीब मुस्लिम महिलाओं के हित में बताया। उन्होंने कहा कि यह बिल समुदाय की तरक्की और खुशहाली के लिए लाया गया है। इसके तहत भूमाफियाओं द्वारा कब्जाई गई वक्फ संपत्तियों को खाली कराया जाएगा। डॉ. सलीम राज ने यह भी आरोप लगाया कि इन संपत्तियों पर कुछ मुतवली, तथाकथित समाजसेवी और कांग्रेस के बड़े नेताओं का कब्जा है, जिन्हें हटाया जाएगा।