कोरबा। जिले के किसान इन दिनों खासे परेशान हैं। चूइया पंचायत के भटगांव के जंगल में बड़ी संख्या में जंगली सूअरों का डेरा है। ये जंगली जानवर झुंड में खेतों पर हमला करते हैं और मिनटों में फसलों को तहस-नहस कर देते हैं। मूंगफली और सूरजमुखी की फसलें, जो किसानों की उम्मीदों का केंद्र थीं, अब जंगली सूअरों के कारण खतरे में हैं। किसान फसल को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। जिले के वनांचल क्षेत्र में इन दिनों जंगली सूअरों के आतंक से किसान परेशान हैं। जंगली सूअर किसानों द्वारा लगाई गई फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं, जिससे किसानों की मेहनत बेकार जा रही है। घटना कोरबा वन मंडल के बालको रेंज के अंतर्गत आने वाले ग्राम भटगांव की है। यहां लगभग 15 किसानों ने मूंगफली की खेती की है, जिनमें मुख्य रूप से मूंगफली और सूरजमुखी शामिल हैं, लेकिन, जंगली सूअर दिन हो या रात, सुनसान पाकर खेतों में घुस जाते हैं और फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। भटगांव के किसान दिलीप कुमार ने बताया कि जंगली सूअर दिन या रात के वक्त सुनसान का फायदा उठाते ही खेतों में घुसते हैं। उन्होंने बताया कि किसानों ने अपनी मेहनत और पूंजी लगाकर ये फसलें उगाई थीं, लेकिन जंगली सूअरों के कारण उनकी मेहनत बेकार हो रही है।
इंसानों पर भी हमला कर देते हैं जंगली सुअर
किसानों ने खेत में कई तरह के उपाय कर रखे हैं फिर भी जंगली सुअर खेत में चले आ रहे हैं और फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कई मामलों में यह जंगली सूअर इंसानों के लिए भी खतरा बन सकते हैं। देखा गया है कि पहले कई ऐसी घटनाएं आस-पास घटी है, जिसमें जंगली सूअर इंसानों पर भी हमला कर देता है। जंगली सूअर से खतरा मानकर किसान अपनी फसलों की सुरक्षा में लगे हुए हैं। यह घटना कोरबा जिले के अन्य वनांचल क्षेत्रों में भी हो रही है, जहां जंगली जानवर किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। किसानों का कहना है कि वन विभाग को इस समस्या को गंभीरता से लेना चाहिए और किसानों को राहत पहुंचाने केलिए उचित कदम उठाने चाहिए।