Friday, June 20, 2025

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करोड़ो के परियोजना में वित्तीय व तकनीकी गड़बड़ियां : एनीकट निर्माण कार्य में जमकर की जा रही मनमानी, किसानों को लाभ मिलने पर संचय

0 निर्माण स्थल व कार्य को लेकर सरपंच व जनपद सदस्य ने लगाए आरोप.
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*कोरबा/कटघोरा:-* नदी और नालों में बहकर आने वाले बारिश के पानी को भंडारण कर लंबे समय तक सहेजकर रखे जाने की योजना को लेकर सरकार एनीकट परियाजना के लिए करोड़ो रूपये जारी करती है किंतु निर्माण एजेंसी जल संसाधन विभाग के अधिकारियों- कर्मचारियों द्वारा मोटी कमीशन के फेर में और संवेदक को लाभ पहुँचाने सरकार के इस महत्त्वपूर्ण योजना में मापदंडों की अनदेखी व अनियमितता बरतते हुए जन हितैषी योजना में पलीता लगाने का काम किया जाता है।

जल संसाधन विभाग उप संभाग कटघोरा, क्रमांक- 01 के द्वारा बारहमासी बहने वाले अरिहन्त नदी में ग्राम धवईपुर व डुड़गा के मध्य करोड़ो की लागत से निर्माण होने वाले एनीकट में तकनीकी व वित्तीय गड़बड़ियां के साथ मनमाने कार्य को अंजाम दिया जा रहा है। निर्माण कार्य प्रस्तावित स्थल से हटकर नदी के एक ऐसे संकरे जगह पर कराया जा रहा है जो ग्रामीण क्षेत्र में न आकर कटघोरा नगर पालिका के सीमा से लगा हुआ है और ऐसा इसलिए कि अधिकारी, उपअभियंता द्वारा स्वीकृत करोड़ो की राशि मे अधिक कमीशन के अलावा ठेकेदार को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुँचाया जा सके। जीवन दायिनी अरिहन्त नदी में एनीकट निर्माण पर शासन की स्वीकृति की मुहर लगी तथा राशि जारी होते ही कार्य शुरू किया गया। शासन की मंशा कि इस नदी पर एनीकट के अस्तित्व में आने से वर्षा जल का संरक्षण होगा और नदी में जलभराव से आसपास गांव में सिंचाई सुविधा सुदृढ होगी व जलापूर्ति से कृषि सहित उद्यानिकी विभाग की ओर से संचालित विभिन्न योजनाओं का किसानों को लाभ सहित निस्तारी की सुविधा मिलेगा। लेकिन जिस जगह पर एनीकट का निर्माण हो रहा है, वहां पानी के ठहराव से ज्यादातर किसानों को सिंचाई का लाभ नही दिख रहा है। इसके अलावा निर्माण कार्य मे मापदंड की अनदेखी का भी आरोप लगाया गया है।

*प्रस्तावित स्थल से आधे किमी. हो रहा एनीकट का निर्माण- सरपंच*
ग्राम पंचायत धवईपुर के अधीन अरिहन्त नदी में चल रहे एनीकट निर्माण को लेकर यहां की निर्वाचित सरपंच श्रीमती शारदा देवी कोर्राम ने जल संसाधन विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा है कि उप संभाग कटघोरा क्रमांक- 01 के अधिकारी उनके पास निर्माण पूर्व आए थे और एनीकट निर्माण के लिए ग्राम सभा का प्रस्ताव मांगा। उन्होंने जो प्रस्ताव दिया वह नदी के निचले स्तर पर निर्माण का था, किन्तु अधिकारियों द्वारा प्रस्तावित स्थल से आधे किमी. ऊपरी नदी पर कार्य कराया जा रहा है। जिस स्थल पर एनीकट निर्माण से पानी भराव का लाभ आसपास अधिकतर किसानों को नही मिल पाएगा। उन्होंने अधिकारियों पर मनमानी सहित सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।

*निर्माण कार्य मे की जा रही मापदंड की अनदेखी- जनपद सदस्य*
जनपद पंचायत कटघोरा के क्षेत्र क्रमांक- 01 के जनपद सदस्य व वरिष्ठ भाजपा नेता रामप्रसाद कोर्राम ने कहा है कि जल संसाधन विभाग में करोड़ो के इस परियोजना पर प्राक्कलन के विपरीत घटिया सामाग्री का उपयोग किया जा रहा है। अधिकारी, उपअभियंता के ठेकेदार पर कृपा के चलते नियमो को ताक पर रखकर मनमाने निर्माण को अंजाम दिया जा रहा है। निर्माण स्थल पर ही मटेरियल मिक्स प्लांट पर तैयार मटेरियल में कम सीमेंट के साथ अरिहन्त नदी के बजरी युक्त रेत का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। वहीं एनीकट में दो व चारपहिया वाहनों के आवागमन हेतु जो चौड़ाई बनाई गई है, सामान्य आवागमन के लिहाज से काफी कम है। जिसमे एक ओर से यदि चारपहिया गुजर रही हो तो दूसरी ओर से गुजर रहे दुपहिया सवार के लिए कोई जगह नही बच रहा, साथ ही ऊंचाई भी कम है। उपअभियंता घर बैठे- बैठे मूल्यांकन तो अधिकारी अपने कार्यालय के वातानुकुलित कक्ष से सीसी जारी करते हुए ठेकेदार से मोटी कमीशन लेकर राशि भुगतान कर रहे है। जिससे निर्मित होने वाले एनीकट की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे है और मिलीभगत के चलते सरकार को बड़ी चपत लगाई जा रही है।

*तराई का भी नही रखा जा रहा ध्यान*
निर्माण स्थल पर एनीकट के फाउंडेशन से लेकर अन्य निर्माण कार्य पर तराई की कमी देखी गई है। निर्माण एजेंसी द्वारा तराई कार्य के लिए नदी के पानी मे मोटर डालकर तराई का कार्य किया जा रहा है। जानकारों की माने तो एनीकट की तराई के लिए फाउंडेशन की दीवार पर टाट डाले जाना बेहद आवश्यक है। लेकिन एजेंसी द्वारा केवल पानी के पाईप से बौछार कर तराई करके इश्रिती की जा रही है। ऐसे में मापदंड और गुणवत्ता को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे है।

*जेंजरा के पास प्रस्तावित एनीकट का ढपढप में कराया जा रहा था निर्माण*
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों में निजी स्वार्थ सिद्धि को लेकर मनमर्जी इतनी हावी है कि निर्माण कार्यों में नियम कायदों को हाशिये पर रख दिया जाता है। अरिहन्त नदी में जहां एक एनीकट का निर्माण प्रस्तावित स्थल से हटकर कराया जा रहा है तो जेंजरा पंचायत के समीप इसी नदी पर स्वीकृत एक अन्य एनीकट का निर्माण ढपढप में कराया जा रहा था। जिसका लगभग 25 प्रतिशत कार्य भी करा लिया गया था। जहां आसपास के जनप्रतिनिधियों को विभाग के इस कारगुजारी का पता चला तब उन्होंने कार्य को लेकर जमकर विरोध किया। परिणामस्वरूप विभाग द्वारा वर्तमान में प्रस्तावित स्थल जेंजरा के समीप नदी में एनीकट का निर्माण कराया जा रहा है। जिसमे भी गुणवत्ता की अनदेखी किया जा रहा है। करोड़ो की लागत से निर्माण हो रहे एनीकट के तकनीकी व वित्तीय जांच की अपेक्षित मांग आसपास जनप्रतिनिधियों ने शासन- प्रशासन से की है।

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