गुडरु पारा दुर्गा चौक में श्रीमद्भागवत कथा
महासमुंद। गुडरु पारा दुर्गा चौक में गुरुवार से श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन जारी है। आयोजन के दूसरे दिन व्यासपीठ से पंडित तिवारी ने सुुकदेव जन्म, पांच पांडव, शांति दूत, 65 भोग कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि भागवत कथा के श्रवण से मात्र ही विचारों में शुद्धता आती है। उन्होंने कहा कि लोग जहां भी श्रीमद्भागवत कथा हो रही हो उसे सुनें, समय दें। भगवान की भक्ति का आनंद सुखद होता है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को तोडऩे, नुकसान पहुंचाने का षड्यंत्र जारी है, इसे समझें, इससे बचें और बचाएं। दुनिया में भारत ही ऐसा देश है, जिसे भारतवासी मां का दर्जा देते हैं। जननी जन्मभूमि स्वर्ग से बढ़कर है, यह हमारे शास्त्र कहते हैं। सनातन धर्म ही है जो वसुधैव कुटुम्बकम की बात कहता है। पूरी वसुधा हमारी है, हमारा परिवार है। सनातन धर्म ही है जो कहता है कि धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो और अहम बात विश्व का कल्याण हो। पूरे विश्व में कल्याण की बात यदि कोई कहता है तो वह सिर्फ भारत है। और यह हमारी सनातन संस्कृति सभ्यता है इसलिए इसे बचाएं। उन्होंने बेटियों पर बात केंद्रित करते कहा कि विधर्मी न बनें। अपना धर्म छोड़कर जाने से क्या दशा होती है यह दिल्ली सहित कई ऐसी घटनाओं ने दिखाया है। इससे सबक लें, सीख लें। गुडरूपारा में हर दिन दोपहर दो बजे से कथा शुरू हो रही है।