*कल से शुरु होगी धान खरीदी, 30 फीसदी केन्द्रों में बोहनी पर संशय*
महासमुंद। जिले में खरीफ की लगभग 80 फीसदी फसल की अभी तक कटाई नहीं हो पाई है और इधर, कल से प्रदेश सहित जिले में समर्थन मूल्य में धान खरीदी की शुरुआत होने जा रही है। यही कारण है कि समितियों में इसका कोई खास असर नजर नहीं आ रहा है जिसका अंदाजा समितियों में टोकन के लिए पहुंच रहे किसानों की संख्या से लगाया जा सकता है।
मुख्यालय के पिटियाझर समिति में आज दोपहर तक एक भी किसान का टोकन नहीं कट पाया था वहीं बोरियाझर समिति में मुश्किल से तीन-चार किसान ही टोकन कटाने के लिए पहुंचे। टोकन को लेकर अमूमन जिले के लगभग सभी समितियों में यही स्थिति है। इसकी वजह समितियों द्वारा धान की कटाई नहीं होने को बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक जिले की 21 समितियों में धान खरीदी के लिए करीब 150 किसानों ने करीब 6 हजार क्विंटल धान खरीदी के लिए टोकन कटाया है। हालांकि संख्या में आज देर रात और बदलाव की संभावना है क्योंकि कुछ समितियों में टोकन की प्रक्रिया जारी है। ज्ञात हो कि इस वर्ष जिले में करीब 86 लाख क्विंटल धान खरीदी करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए जिले को 11960 गठान नए बारदाना उपलब्ध करा दिया गया है। जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि पुराने और मिलर्स से मिले बारदानों का उपयोग खरीदी में किया जाएगा। जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी जीएन साहू ने बताया कि कल से समर्थन मूल्य पर होने वाली धान खरीदी के लिए सभी आवयश्यक तैयारी पूरी कर ली गई है। टोकन कटाने की प्रकिया जारी है।
*क्या कहते हैं किसान*
किसान मुकेश साहू, विष्णु चंद्राकर, हृदयराम साहू और राधेलाल सिन्हा का कहना है कि क्षेत्र में हरुना धान की ही फसल पूरी तरह से पककर कटाई हुई है जिसकी लगभग सभी जगहों पर कटाई चल रही है। किसान और कृषि विभाग के अफसरों की मानें तो जिले में लगभग 80 फीसदी फसल की कटाई अभी शेष है जिसकी कटाई करीब एक सप्ताहभर बाद शुरु होगी और 10 नवंबर के बाद समितियों में टोकन और खरीदी के लिए किसानों की भीड़ पहुंचेगी।
*1.57 लाख किसानों ने कराया पंजीयन*
जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए इस वर्ष करीब 1.57 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है इसमें करीब साढ़े 6 हजार नए किसान है। पिछले वर्ष जिले में 150220 किसानों ने पंजीयन कराया था जिसमें से करीब 1.40 लाख किसानों ने धान बेचा था। किसानों की संख्या बढऩे के साथ रकबे में भी वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष 2 लाख 20497 हेक्टेयर रकबा था जिसमें इस वर्ष आज की स्थिति में 5676 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है।
*टोकन तुंहर हाथ मोबाइल से किसान ले सकेंगे टोकन*
शासन ने किसानों की सुविधा के लिए ‘टोकन तुंहर हाथÓ मोबाइल टोकन ऐप की भी सुविधा शुरु की है। इसके तहत पंजीकृत किसान अपने स्मार्ट फोन पर ऐप अपलोड कर टोकन लेने का प्रयास कर रहे हैं। किसानों ने बताया यह अच्छी सुविधा है जिससे उन्हें केन्द्रों में जाना नहीं पड़ेगा। वे अपने हिसाब से टोकन ले पाएंगे।