*कल से समितियों में जारी किए जाएंगे खरीदी के लिए टोकन*
महासमुंद। इस बार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी दो माह की जगह तीन माह होगी। किसानों को इस बार खरीदी के लिए बारदानें भी नहीं लाने पड़ेंगे, उन्हें समितियों में ही बारदाने उपलब्ध कराए जाएंगे। दो दिन बाद शुरु होने वाली धान खरीदी के लिए समितियों में सभी आवश्यक तैयारियां जारी है।
जिले की 152 समितियों में खरीदी के लिए उपलब्ध कराए सॉफ्टवेयर में ट्रायल रन कर जांच कर ली गई है। कल से समितियों में खरीदी के लिए किसानों को टोकन जारी किया जाएगा। प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी किसानों को तीन बार टोकन जारी किया जाएगा। खरीदी के लिए किसान पंजीयन का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। इस बार जिले में करीब 86 लाख क्विंटल धान खरीदी करने का लक्ष्य रखा गया है। जिसके लिए जिले को 11960 गठान नए बारदाना उपलब्ध करा दिया गया है। जिला विपणन अधिकारी ने बताया कि पुराने और मिलर्स से मिले बारदानों का उपयोग खरीदी में किया जाएगा। बता दें कि शासन द्वारा हर वर्ष दो माह ही धान खरीदी की जाती थी जबकि इस वर्ष किसानों को राहत देते हुए शासन ने खरीदी का समय एक माह बढ़ाते हुए आदेश जारी कर दिया है। इसके तहत नवंबर से जनवरी तक धान खरीदी की जाएगी। जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी जीएन साहू ने बताया कि खरीदी इस बार तीन माह होगी। इसके लिए सभी केन्दों में सभी आवश्यक तैयारियां अंतिम चरण में हैं।
*5 हजार नए किसानों ने कराया पंजीयन, रकबा भी बढ़ा*
जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए इस वर्ष करीब 5 हजार नए किसानों ने पंजीयन कराया था जिसमें करीब 1. 40 लाख किसानों ने धान बेचा था। गत वर्ष कुल 150220 किसानों ने पंजीयन कराया था जबकि इस वर्ष 29 अक्टूबर की स्थिति में 6726 हजार नए किसानों ने पंजीयन कराया है। किसानों की संख्या बढऩे के साथ रकबे में भी वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष 2 लाख 20497 हेक्टेयर रकबा था जिसमें इस वर्ष आज की स्थिति में 5676 हेक्टेयर की वृद्धि हुई है।
*हरुना धान से होगी खरीदी की शुरुआत*
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की बोहनी हरुना धान के साथ होगी। क्योंकि दूसरी वैरायटी की धान अभी पककर तैयार नहीं हो पाई है इसलिए इसकी कटाई करीब पखवाड़ेभर बाद शुरु होगी। वहीं हरुना धान भी सभी जगहों पर नहीं पक पाया है जहां धान पककर तैयार हो गया है वहां किसानों ने कटाई शुरु कर दी है। इससे जिले के कई केन्द्रों में पहले दिन बोहनी होने में भी संशय है। समितियों की मानें तो खरीदी 15 दिनों बाद ही जोर पकड़ेगी।
*मोबाइल से किसान ले सकेंगे टोकन*
शासन ने इस बार किसानों की सुविधा के लिए मोबाइल टोकन एप की भी सुविधा शुरु की है। इसके तहत पंजीकृत किसान अपने स्मार्ट फोन पर एप अपलोड कर टोकन ले पाएंगे। इससे किसानों को जहां केन्द्रों में लाइन लगाने से राहत मिलेगी वहीं समितियों में भी टोकन को लेकर पडऩे वाला दबाव भी कम हो जाएगा।