आने वाले दिनों में तापमान और बढ़ने की संभावना
महासमुंद। अप्रैल में मौसम के उतार चढ़ाव के बाद अब मई के अंतिम सप्ताह में गर्मी अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। गुरूवार से नौतपा की शुरूआत हुई जिसके साथ ही पारा 40 के पार जा रहा है। ऐसे में लोगों पर हीट स्ट्रोक का खतरा मंडराने लगा है। चिकित्सकों की मानें तो पारा 40 के पार जाने के बाद हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ने लगता है जिससेशरीर का थर्मोस्टेट भी गड़बड़ाने लगता है और शरीर का नेचुरल कुलिंग सिस्टम काम करना बंद कर देता है तब हीट स्ट्रोक का खतरा और भी बढ़ जाता है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले कुछ दिनों में गर्मी और बढ़ने की संभावना है।
जैन नर्सिंग होम के संचालक डॉ स्मित चोपड़ा ने बताया कि हीट स्ट्रोक पांच स्टेज का होता है। पहले और दूसरे स्टेज में मरीज घर पर ही रहकर रिकवर हो जाता है,पर तीसरे स्टेज में पहले शरीर से पसीना आना बंद हो जाता है। जिससे शरीर का कुलिंग सिस्टम पूरी तरह समाप्त हो जाता है और शरीर का तापमान असामान्य रूप से बढ़ जाता है। शरीर के बढ़े हुए तापमान को समय रहते संतुलित नहीं किए जाएं तो यह दिमाग और किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। इस स्टेज में मरीज के आंखों के सामने अंधेरा छाने की शिकायत, चक्कर आना, बेहोशी की अवस्था और झटके आने की शिकायत आती है। इसके बाद भी उपचार न कराई जाए तो मरीज हीट कनर्वजन और हीट कोमा की स्टेज में चला जाता है जिसमें दिमाग और हार्ट में पानी की कमी से बीपी गिरने लगता है और दिमाग में आक्सीजन और खून की सप्लाई कम होने लगती है और मरीज की जान को खतरा होने लगता है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण
डॉ स्मित ने बताया कि हीट स्ट्रोक होने पर पैरों में दर्द, जकड़न, सिर में भारीपन या दर्द, चेहरा लाल होना, जी मिचलना, उल्टी, आंखों में जलन महसूस करना, दस्त होना, बार-बार प्यास लगना ब्लड प्रेशर बढ़ना, कमजोरी आदि लक्षण सामने आना।
बचाव और सावधानियां
उन्होने बताया कि बढ़ते तापमान को ध्यान में रखते हुए अधिक से अधिक पानी और तरल भोजन का सेवन करें साथ ही साथ फलों के जूस का सेवन करने से डि-हाइड्रेशन की समस्या एवं स्ट्रोक से बचा जा सकता है। धूप में शरीर को ढंककर रखें, मोटे सूती कपड़ों का इस्तेमाल करें। आम का पना, जूस, छाछ, लस्सी, बेल का शरबत अधिक तापमान में जीवनरक्षक का काम करता है। बढ़ती गर्मी में खाली पेट घर से ना निकलें, धूप में निकलने से पहले एक गिलास पानी का सेवन करें लेकिन धूप से आने के तुरंत पानी न पिएं।