00 कुल 303895 लोग डोज लगाने से चूक गए।
महासमुंद। केन्द्र सरकार द्वारा 18 से 59 वर्ष के लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए प्र्रारंभ की गई प्रीकॉशन डोज की तिथि शुक्रवार को समाप्त हो गई। इस दौरान जिले में पौने 8 लाख में से पौने पांच लाख लोग ही प्रीकॉशन डोज लगवा पाए और सवा तीन लाख लोग चूक गए। इधर, तिथि समाप्त होते ही पोर्टल भी लॉक हो गया है जिससे अब छुटे हुए लोगों को प्रीकॉशन डोज नहीं लग पाएगी।स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में 18 से 59 वर्ष के कुल 782792 लोगों प्रीकॉशन डोज लगाने का लक्ष्य रखा गया था। जिसकी शुरुआत जिले में जुलाई माह से शुरु हुई थी। इसमें 30 सितंबर तक कुल 478897 लोग ही प्रीकॉशन डोज लगाने के लिए सामने आए और कुल 303895 लोग डोज लगाने से चूक गए। 30 सितंबर को प्रीकॉशन डोज की तिथि समाप्त होने के साथ ही शासन स्तर से पंजीयन पोर्टल को लॉक कर दिया गया है। शनिवार को पोर्टल को खोलने का प्रयास किया गया पर यह नहीं खुल पाया। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि शासन की ओर से डोज के लिए जो तिथि तय की गई थी वह समाप्त हो गई है। फिलहाल इसे आगे बढ़ाने के लिए कोई दिशा-निर्देश नहीं आया है इसलिए वैक्सीन नहीं लगाई जाएगी। टीकाकरण अधिकारी डॉ अरविंद गुप्ता का कहना है कि अगर पोर्टल खुलता है और इसमें पंजीयन होता है तो डोज लगाई जाएगी।
*आजादी के 75 वीं वर्षगांठ पर की गई शुरुआत*
18 से 59 वर्ष के लोगों के लिए प्रीकॉशन डोज की शुरुआत जिले सहित पूरे प्रदेश में केन्द्र सरकार ने आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के अवसर की थी। इसके तहत कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए प्रीकॉशन डोज के रुप में वैक्सीन की तीसरी डोज नि:शुल्क लगाई जा रही थी। बता दें कि शासन ने प्रीकॉशन डोज के लिए दर निर्धारित करते हुए इसे निजी अस्पतालों में लगाने की सुविधा उपलब्ध कराने कहा था। लेकिन जिले के किसी भी निजी अस्पताल में यह सुविधा शुरु नहीं हो पाई थी जिससे डोज लगाने के लिए भटकना पड़ रहा था।
*शेष के लिए जारी रहेगा वैक्सीनेशन*
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि जिले में 12 से 14 और 15 से 17 वर्ष को पहला और दूसरा डोज लगाने के लिए शुरु किया गया अभियान जारी रहेगा। इसके साथ ही 60 प्लस, फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मियों को प्रीकॉशन डोज के लिए अभियान जारी रहेगा। सेंटरों में वे कभी भी जाकर प्रीकॉशन डोज लगवा सकते हैं।