रायपुर। साइबर ठगी के बढ़ते मामलों पर लगाम कसने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत रायपुर पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने साइबर ठगी के लिए फर्जी बैंक खाते खुलवाने और उन्हें संचालित करने वाले तीन एजेंट-ब्रोकरों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों के खिलाफ थाना सिविल लाइन रायपुर में बीएनएस की धारा 317(2), 317(4), 317(5), 111, 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा के निर्देश पर रेंज साइबर थाना रायपुर द्वारा साइबर क्राइम पोर्टल में रिपोर्टेड म्यूल बैंक खातों की जांच के लिए विशेष योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत म्यूल अकाउंट से जुड़े खाता धारकों, संवर्धकों, एजेंट-ब्रोकरों, बैंक अधिकारियों और सिम सप्लायर्स के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है।
तकनीकी जांच से मिले अहम सुराग
पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों से की गई पूछताछ और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर यह सामने आया कि गिरफ्तार तीनों आरोपी ठगी की राशि प्राप्त करने और उसे विभिन्न खातों में ट्रांसफर करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। आरोपी स्वयं इन बैंक खातों को ऑपरेट करते थे और बड़े पैमाने पर ठगी की राशि का लेनदेन करते थे। गिरफ्तार आरोपी में भूपेन्द्र सिंह धुना उर्फ कैप्टन सिंह, निवासी जनता क्वार्टर नंबर 09, अनमोल बाजार, महावीर नगर, रायपुर निखिल आहूजा, निवासी जनता क्वार्टर नंबर 226, न्यू राजेन्द्र नगर, रायपुर और संजय जसवानी, निवासी सोलस साइट्स, ब्लॉक एम.बी., फ्लोर 104, अमलीडीह, रायपुर शामिल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है। अब तक इस अभियान के तहत कुल 205 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ऑपरेशन साइबर शील्ड का उद्देश्य सिर्फ मुख्य आरोपियों को पकडऩा नहीं, बल्कि साइबर ठगी के पूरे नेटवर्क को जड़ से खत्म करना है, जिसमें खाता खुलवाने से लेकर अवैध लेनदेन तक शामिल हर व्यक्ति को कानून के दायरे में लाया जा रहा है।