मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए 35 बेड का वार्ड भी तैयार*
महासमुंद। कोरोना ओमिक्रान के बीएफ 7 वेरियंट के लिए जारी देशभर में अलर्ट के बाद भविष्य में संक्रमण से लडऩे के लिए प्रशासनिक स्तर पर जोर-शोर से तैयारियां चल रही है। जिलेभर में फिर से सर्दी-खांसी, बुखार के मरीजों के साथ संभावित लोगों की टेस्टिंग अनिवार्य कर शुरु कर दी गई है।
इधर, मुख्यालय स्थित मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में मरीजों के उपचार के लिए 35 बेड का वार्ड भी तैयार कर लिया गया है। अस्पताल में पूर्व निर्मित आपातकालीन 28 बेड वाले दो कक्ष और 6 बेड वाले एक कक्ष मरीजों के लिए तैयार किया जा रहा है। यहां भर्ती मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट कर उक्त वार्ड को दूसरे मरीजों की आवाजाही के लिए पैक कर सील किया जा रहा है। अस्पताल में कोविड के नोडल अधिकारी डॉ वर्मा ने बताया कि इसमें 6 बेड आईसीयू के है जबकि 22 बेड डायरेक्ट ऑक्सीजन सप्लाई वाले हैं। वहीं 6 बेड ऑक्सीजन सिलेंडरयुक्त है। इसके साथ ही जिले के सभी सीएचसी और निजी अस्पतालों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे भी कोविड संक्रमणकाल की स्थिति में मरीजों के उपचार के लिए हरसंभव तैयारी कर लें। सरकारी अस्पतालों में मरीजों के उपचार के लिए सभी आवश्यक जीवनरक्षक दवाईयां रखने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग ने जारी कर दिया है। पिछले चार दिनों के अंदर स्वास्थ्य विभाग ने साढ़े 4 सौ से भी अधिक लोगों का कोविड टेस्ट किया है जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। बता दें कि पूर्व में केवल गर्भवती और ऑपरेशन से संबंधित मरीजों का ही कोविड टेस्ट हो रहा था। पर विभाग ने कोविड टेस्ट लक्षण वाले सभी मरीजों के लिए अनिवार्य कर दिया है।
*मरीज के उपचार के होगा मॉक ड्रील*
कोरोना संक्रमण से लडऩे के लिए की गई तैयारियांं की स्थिति परखने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में तैयारियां की जाएंगी। इसके लिए पूरी रुपरेखा तैयार कर ली गई है। सीएमएचओ डॉ एसआर बंजारे ने बताया कि संक्रमित मरीजों को घर से अस्पताल में उपचार तक लाने की पूरी प्रकिया कर तैयारियों का जायजा लेने के साथ ही टीम को ऐसी स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार भी किया जाएगा।
*3300 मरीजों में सर्दी-खांसी के मरीज सर्वाधिक*
पिछले 15 से 26 दिसंबर के भीतर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कुल 3394 मरीज उपचार के लिए पहुंचे हैं। इनमें सर्वाधिक 647 मरीज सर्दी-खांसी बुखार के ह। इनमें 156 मरीज स्वास्थ्य ठीक न होने पर दूसरी बार अस्पताल पहुंचे है। इनमें ज्यादा बीमार मरीजों का कोविड टेस्ट किया गया है। हालांकि संक्रमित एक भी मरीज सामने नहीं आया है।