स्वास्थ्य मंत्रालय ने अफसरों के साथ वर्चुअल बैठक कर जानकारी मांगी और दिए आवश्यक दिशा-निर्देश*
महासमुंद। कोरोना संक्रमण को लेकर जिले को एक बार फिर से अलर्ट मोड में करने की तैयारी शुरु हो गई है। गुरुवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के साथ वर्चुअल बैठक कर जानकारी मांगी और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
अच्छी बात है कि जिले में फिलहाल एक भी कोरोना संक्रमित नहीं होने की खबर है। चीन में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और गंभीर स्थिति को देखते हुए पूरे देशभर को एक बार फिर से अलर्ट करने की तैयारी चल रही है। स्वास्थ्य विभाग ने भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए एक बार फिर से तैयारी शुरु कर दी है। बता दें कि कोरोना संक्रमितों की संख्या शून्य होने के बाद प्रदेश सहित जिले को कोरोना संक्रमणमुक्त कर दिया गया था। इसके साथ ही इसके लिए जारी गाईडलाइन को भी शिथिल कर दिया गया था जिसके बाद लोगों ने मास्क, सोशल डिस्टेसिंग जैसे गाईडलाइन का पालन बंद कर दिया है।
*स्वास्थ्य मंत्रालय ने ली वीडियो कॉफ्रेंसिंग*
गुरुवार को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पूरे देश भर के अफसरों के वीडियो कॉफ्रेंसिंग के माध्यम से आवश्यक बैठक ली। इस दौरान बैठक में जिलों में कोविड के भविष्य में मिलने संक्रमितों के उपचार, जांच और अन्य जरुरी सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान अफसरों ने कहा कि संक्रमण को देखते हुए वे अपने स्तर पर सभी आवश्यक तैयारी करके रखें ताकि आपातकाल में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। बता दें कि जिले में कोविड के लिए सरकारी और निजी अस्पतालों को मिलाकर करीब 3 सौ से भी अधिक बेड है।
*कोविड गाइडलाइन फिर हो सकती है जारी*
कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से पूर्व में जारी गाईड लाइन को यहां स्थानीय प्रशासन आज हुई बैठक के बाद फिर से जारी कर सकता है। इसके तहत लोगों को संक्रमण से बचने के लिए मास्क, सोशल डिस्टेसिंग और सेनेटाईजर का उपयोग फिर से शुरु करना होगा। इधर, गाईड लाइन जारी होते ही दवा दुकानों में इसकी मांग और बिक्री बढ़ जाएगी। हालांकि वर्तमान में इसकी मांग अभी न के बराबर है।
*जिले में कोरोना की स्थिति*
जिले में 21 दिसंबर 2022 के अनुसार कुल 33908 संक्रमित अब तक सामने आए हैं जिसमें 33009 स्वास्थ्य हुए और 899 की मौत हुई है। जिले में कोरोना संक्रमितों के उपचार के लिए सरकारी संस्थान के पास करीब 103 बेड हैं जबकि निजी चिकित्सालयों के पास कुल 236 बेड उपलब्ध है।