बारिश जाारी रही तो महानदी तट के गांवों की बढ़ सकती है परेशानी
महासमुंद। पिछले शनिवार से हो रही लगातार बारिश से निसदा और समोदा बैराज का जल स्तर बढ़ने के कारण निसदा डेम के 6 गेट और समोदा बैराज के 25 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे महानदी का जलस्तर बढ़ गया है। यदि अब भी बारिश जाारी रही तो महानदी तट के गांवों को यह बढ़ता जलस्तर प्रभावित कर सकता है।
बता दें कि आषाढ़ के आखिरी सप्ताह गत शनिवार से लगातार रूक-रूककर बारिश हो रही है जिससे खेतों, छोटे-बड़े नालों सहित तालाब में जल भराव लगातार बढ़ रहा है। एक तरफ यह बारिश किसानों के लिए वरदान है, वहीं लोगों को गर्मी और उमस से निजात मिली है। इधर, पिछले दिनों से महानदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बताया गया कि लगातार हो रही बारिश के कारण नदी में केचमेंट एरिया से पानी की आवक बनी हुई है। निसदा डेम में जलभराव तेजी से हो रहा है जिसे मेनटेन करने के लिए यहाँ के कुल 24 गेटों में से 6 गेट खोल दिए गए थे। बताया गया कि यहाँ 16 फीट जल भराव के बाद गेट खोला गया है। जिससे महानदी का जलस्तर बढ़ गया गया है। इधर निसदा डेम से पानी छोड़ने के बाद समोदा बैराज का जल स्तर बढ़ गया। यहाँ भी बढ़ते जल स्तर को देखते हुए कुल 48 गेट में से 25 गेट खोल दिए गए हैं। जानकारी के अनुसार 6 मीटर क्षमता वाले इस बैराज में बारिश के पूर्व 2.5 मीटर जलभराव था। निसदा डेम से पानी छोड़े जाने के बाद यह जलस्तर बढ़कर 4.5 मीटर हो गया। जिसके बाद इसे मेनटेन करने के लिए गेट खोला गया है। यहाँ से हर घंटे लगभग 10 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है जो लगातार जारी है। यदि आने वाले दिनों में यूं ही लगातार बारिश होती रही तो महानदी से लगे गांवों के ग्रामीणों को परेशानी हो सकती है।
*संभावना : पांच दिनों तक जारी रहेगा बारिश का दौर*
इधर, आज सुबह से मौसम साफ दिखाई दे रहा है। मौसम विभाग के अनुसार ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण झारखंड और उसके आसपास स्थित है तथा यह 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर सूरतगढ़, भिवानी, अलीगढ़, बांदा, डाल्टनगंज, दीघा और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक द्रोणिका दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश से झारखंड तक, उत्तर मध्य प्रदेश, उत्तर छत्तीसगढ़ होते हुए विस्तारित है। एक द्रोणिका उत्तर पूर्व अरब सागर से दक्षिण झारखंड तक, दक्षिण गुजरात, उत्तर मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण मध्यप्रदेश, उत्तर छत्तीसगढ़ होते हुए 4.5 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक द्रोणिका पश्चिम असम से विदर्भ तक, उत्तर छत्तीसगढ़ होते हुए 3.1 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इनके प्रभाव से प्रदेश में वर्षा हो रही है और आने वाले चार-पांच दिनों तक बारिश की संभावना बनी हुई है।
*महानदी पुल पर मौसम का आनंद लेने पहुंचे लोग*
निसदा और समोदा बैराज से पानी छोड़ने से महानदी का जलस्तर बढ़ गया। जिसका नजारा देखने दर्जनों लोग आरंग-महासमुंद के बीच बने महानदी पुल पर पहुंचे। यहां हर आने-जाने वाले यात्री पुल पर मौसम का मजा लेते दिखे, वहीं यहाँ पसरों से भुट्टे और गरम मूंगफली का आनंद उठाया।