Wednesday, June 18, 2025

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16 से खुलेंगे स्कूल, दावा-सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त

अतिशेष 700 शिक्षकों का समायोजन, अब एक भी शाला एक शिक्षक व शिक्षकविहीन नहीं

महासमुंद। ग्रीष्मकालीन छुट्टी के 50 दिन बाद सोमवार से एक बार फिर स्कूलों में रौनक लौटने वाली है। शिक्षण सत्र 2025-26 की 16 जून से शुरूआत होने वाली है। इस दिन शासकीय स्कूलों में बच्चों को तिलक लगाकर शाला प्रवेश उत्सव मनाया जाएगा। शिक्षा विभाग का दावा है कि स्कूल खुलने से पहले सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त कर ली गई हैं।
बता दें कि 12076 प्राथमिक शाला, 492 पूर्व माध्यमिक, 62 हाईस्कूल व 126 हायर सेकेंडरी स्कूल हैं। पिछले कई सालों से नया शिक्षण सत्र शुरू होने के साथ ही शिक्षकों की कमी को लेकर आएदिन शाला में अध्ययनरत बच्चों के साथ पालक स्कूलों में तालाबंदी से लेकर आंदोलन करते रहे जिससे आधा सत्र शिक्षा व्यवस्था बनाने में ही बीत जाता था जिससे पढ़ाई प्रभावित होती रहती थी। राज्य सरकार द्वारा युक्तियुक्तकरण की घोषणा के बाद शिक्षकों की काउंसिलिंग में यह खुलासा हुआ कि जिले की प्राथमिक शालाओं में 444, पूर्व माध्यमिक शालाओं में 146 शिक्षक अतिशेष थे जो वर्षों से स्कूलों में डटे रहे। इसके अलावा हाई व हायर के भी 110 व्याख्याता एवं सहायक शिक्षक कुल 700 अतिशेष थे।  युक्तियुक्तकरण के तहत इन सभी 700 शिक्षकों को समायोजित किया गया। इस तरह जिले में 17 शालाओं का समायोजन किया गया है। जिसके बाद से ही जिले में अब एक भी शाला एक शिक्षक व शिक्षकविहीन नहीं है। शिक्षा विभाग के इस दावे के बाद से यह संभावना जताई जा रही है कि इस बार शिक्षकों की कमी को लेकर कोई समस्या नहीं होगी । शिक्षा विभाग के इस दावे में कितना दम है यह सत्र की शुरूआत में पता चलेगा।
*संकुल केन्द्र पहुंचा एक सेट यूनीफॉर्म*
जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार नए शिक्षण सत्र की शुरूआत से पहले जिले के सभी 184 संकुल केन्द्र में अलग-अलग साईज के 1 लाख 20 हजार 629 सेट पहुंचाएं जा चुके हैं। इनमें महासमुंद ब्लॉक में 28864, बागबाहरा में 20261, पिथौरा में 11896, बसना में 23958 और 19495 सेट भेजे जा चुके हैं। जिनका वितरण पहले दिन से ही किया जाएगा।
*प्राथमिक से पूर्व माध्यमिक की नहीं पहुंचीं पाठ्य पुस्तकें*
सोमवार से स्कूल खुलने वाले हैं, पर कक्षा पहली से आठवीं तक की नि : शुल्क पाठ्यपुस्तकों की एक भी सेट स्कूलों में नहीं पहुंचीं है। जानकारी के अनुसार शिक्षण सत्र 2025-26 के लिए शिक्षा विभाग ने पहली से आठवीं तक के लिए 1 लाख 38 हजार 466 सेट पाठ्यपुस्तकों की मांग की थी। पर , शुक्रवार तक एक भी सेट जिले में नहीं पहुंचीं है। वहीं हाईस्कूलों के लिए 1 लाख से अधिक सेट पाठ्यपुस्तकें संकुल केन्द्रों में भेजी जा चुकी है। इस बार पहली से दसवीं तक की पाठ्य पुस्तकों में एक यूनिक नंबर और बारकोड होगा। इस बारकोड की खासियत यह होगी कि पुस्तक को स्कैन करते ही पता चल जाएगा कि उक्त पुस्तक किस विद्यालय की है। ऐसे में सरकारी पुस्तकों के वितरण में गड़बड़ी करना अब आसान नहीं होगा। शुक्रवार तक 35944 पाठ्यपुस्तकों की स्क्रीनिंग हो चुकी हैं।
वर्सन
सोमवार से स्कूल खुलने वाले ह। इसके साथ ही स्कूलों में मरम्मत, रंगाई- पुताई, खराब हो चुके बिजली-नल फिंटिंग आदि व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई है। यूनीफॉर्म संकुल केन्द्र से स्कूलों में दे दिए गए हैं। पहली से आठवीं तक की पाठ्य पुस्तकें नहीं पहुंची है, जल्द ही पहुँच जाएगी।
-विजय कुमार लहरे
डीईओ, महासमुंद

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