संचालन की जिम्मेदारी अब बिहान महिला स्वसहायता समूह को*
महासमुंद। कलेक्टोरेट में पिछले 6 माह से बंद पड़ा गढ़ कलेवा एक बार फिर से शुरु हो गया है। इस बार प्रशासन ने इसके संचालन की जिम्मेदारी बिहान महिला स्वसहायता समूह को दी है।
बिहान महिला स्वसहायता समूह ने करीब पखवाड़ेभर इसका संचालन शुरु किया है। जहां आ रहे लोगों को छत्तीसगढ़ी व्यंजनों के साथ अन्य तरह के नास्ते का स्वाद फिर से चखने का मौका मिल रहा है। बता दें कि शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा कलेक्टोरेट में करीब दो वर्ष पूर्व 15 अगस्त पर गढ़ कलेवा का शुभारंभ किया गया था। इसकी जिम्मेदारी अभिनव महिला स्वसहायता समूह को दी गई थी।
*आमदनी नहीं होने पर समूह ने छोड़ी जिम्मेदारी*
गढ़ कलेवा का करीब छ माह तक संचालन करने के बाद भी कोई खास आमदनी नहीं होने से अभिनव महिला स्व सहायता समूह ने इसका संचालन बंद कर दिया और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन ने उनकी सहमति पर उन्नति दिव्यांग संघ को दी थी। दिव्यांग संघ द्वारा भी इसका संचालन करीब 6 माह तक किया पर आमदनी की बजाए खर्च अधिक होने से उक्त संघ ने भी बीते अप्रैल माह में इसका संचालन बंद कर दिया। बाद से गढ़ कलेवा में ताला लगा हुआ था।
*प्रचार-प्रसार और पीछे होने से जानकारी नहीं*
गढ़ कलेवा कलेक्टोरेट के पीछे होने से इसकी जानकारी यहां आने वाले लोगों को नहीं हो पाती। इसी वजह से यहां आने वाले लोग कलेक्टोरेट से काम निपटाने के बाद चाय-नास्ते के लिए बाहर स्थित होटलों में चले जाते है। इसके अलावा प्रचार-प्रसार का भी अभाव है। हालांकि बिहान महिला स्व सहायता समूह ने प्रचार-प्रसार के लिए परिसर के बाहर और अंदर बैनर पोस्टर लगाया है।