Wednesday, June 25, 2025

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सक्ती नगर में धूमधाम से मनाई गई महाराजा अग्रसेन जी की जयंती

सक्ती ! नगर में महाराजा अग्रसेन जी की जयंती धूमधाम से मनाई गई मुख्य अतिथि गौरी शंकर अग्रवाल अध्यक्षता डॉक्टर भरत अग्रवाल विशिष्ट अतिथि गिरधर अग्रवाल पवन अग्रवाल भगवती देवी अग्रवाल सभी अतिथियों के द्वारा श्री श्री महाराजा अग्रसेन जी के प्रतिमा पर पूजा अर्चना कर शोभायात्रा निकाली गई अग्रसेन चौक में अग्रसेन जी की प्रतिमा पर भव्य महा आरती कर सभी अग्रवाल ने अग्रसेन महाराज की जयंती मनाई इस अवसर पर अतिथियों द्वारा बताया गया महाराजा अग्रसेन जी अग्रोहा के महान राजा थे।
जिन्हें समाज के उत्थान एवं जनहित कल्याणकारी योजनाओं के लिए एक महान शासक माना जाता था वैश्य समुदाय में उनका अग्रणी स्थान माना जाता है। महाराजा अग्रसेन ने सबसे पहले ‘एक ईंट एक रुपया’ का विचार दिया, जिससे समाज के कई लोगों का अपने घर और कारोबार का सपना पूरा हुआ।
महाराजा अग्रसेन जी प्रतापनगर के राजा वल्लभ के पुत्र थे। महाराजा अग्रसेन अग्रोहा, हिसार के महान राजा थे। महाराजा अग्रसेन अपने आदर्शों और समाज कल्याण के लिए वैश्य समाज में प्रमुख रूप से जाने जाते हैं अपने सामाजिक कार्यों के कारण वे केवल एक समाज या समुदाय तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि उनकी करुणा, दयालुता और दूरदर्शी सोच और लोगों को जोड़कर रखने की क्षमता ही उन्हें महान बनाया महाराजा अग्रसेन जी समानता के प्रति समर्पण और पुरानी संकीर्ण विचारधारा के प्रति अपने दृढ़ विरोध के लिए भी प्रसिद्ध थे।


“”महाराजा अग्रसेन जी ने गरीब और जरुतमंद लोगों के लिए फ्री शिक्षा, अस्पताल, सामुदायिक भवन जैसे कई कई कल्याणकारी कार्य भी शुरू किए थे, जिनके कारण वे आज भी महान और दयालु राजा माने जाते हैं। महाराज अग्रसेन के बारे में कहा जाता है कि उनका शासन केवल युद्धों तक सीमित नहीं था बल्कि समाज कल्याण ही उनकी प्राथमिकता थी
आज भी अग्रसेन जयंती पर देश भर में उनकी जयंती के उपलक्ष्य में कई सामाजिक, धार्मिक कार्यों का आयोजन किया जाता है। देश में अग्रसेन जी के नाम पर आज भी कई अस्पताल, कॉलेज, स्कूल, गरीब लड़कियों का विवाह, मुफ्त भोजन की व्यवस्था जैसी कई कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। भारत सरकार ने 1976 में महाराजा अग्रसेन की 5100 जयंती पर डाक टिकट भी जारी किए थे।”
महाराजा अग्रसेन जी ने एक ईंट और एक रुपया का विचार
महाराजा अग्रसेन ने “एक ईंट और एक रुपया” का नया विचार सुझाया, जिसके तहत अग्रोहा में पहले से रहने वाला प्रत्येक परिवार पड़ोस में रहने वाले प्रत्येक नए परिवार को एक ईंट और एक रुपया प्रदान करता था इस तरह के कार्य से समाज के लोगों को अपना घर बनाने और अपना कारोबार शुरू करने में सक्षम बनाया।
जिससे कई लोगों को अपना घर और कारोबार चलाने में एक बड़ी मदद मिली। ‘एक ईंट और एक रुपया’ विचार ने लोगों को समाज के रूप में एकजुट किया।” अग्रसेन जयंती शोभायात्रा में अग्रसेन जयंती समारोह के अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल सभा अध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल कोषाध्यक्ष मुकेश बंसल नरेश गेवाडीन अज्जू अग्रवाल विनोद अग्रवाल जगदीश बंसल डॉ राजेश अग्रवाल अरुण अग्रवाल अनूप अग्रवाल सुनील बंसल सुरेंद्र अग्रवाल सुरेश अग्रवाल अमित अग्रवाल शिव अग्रवाल चमन अग्रवाल मनोज अग्रवाल कमलेश अग्रवाल संजय अग्रवाल राजेश अग्रवाल राधे अग्रवाल लीला अग्रवाल मनीष कथुरिया सामाजिक महिलाएं सहित नगर के सैकड़ो की संख्या में अग्रवाल बंधु शोभायात्रा में शामिल हुए !

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