गूगल बहुत कुछ सिखा सकता है, पर गुरु जीवन जीना सिखाता है।
तकनीक सहायक है, पर मार्गदर्शक सदैव गुरु ही रहेगा।
सच्चा शिक्षक वही है, जो अपने विद्यार्थियों के सपनों को पहचानकर उन्हें हकीकत में बदल दे।
शिक्षण केवल पेशा नहीं, यह राष्ट्र निर्माण का संकल्प है।
कोई भी टेक्नोलॉजी गुरु के अनुभव और मार्गदर्शन को रिप्लेस नहीं कर सकती।” – डॉ. संजय गुप्ता
इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य एवं शिक्षाविद डॉ. संजय गुप्ता को शिक्षा, समाज सेवा और सामुदायिक विकास में उनके अद्वितीय योगदान के लिए ‘डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन नेशनल प्रिंसिपल अवार्ड’ से सम्मानित किया जाएगा।
⭕ इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता सम्मानित किए जाएंगे ‘ सर्वपल्ली राधाकृष्णन नेशनल प्रिंसिपल अवार्ड’ से।
⭕ आगामी 23 अगस्त 2025 को न्यू कन्वेंशन हैदराबाद में एक भव्य समारोह में ‘ सर्वपल्ली राधाकृष्णन नेशनल प्रिंसिपल अवार्ड ‘ से सम्मानित होंगे इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य एवं शिक्षाविद डॉक्टर संजय गुप्ता।
कोरबा राधाकृष्णन को 1954 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया। वर्ष 1931 में शिक्षा के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए किंग जॉर्ज पंचम ने उन्हें नाइट की उपाधि से सम्मानित किया। उन्हें 1954 में जर्मनी द्वारा विज्ञान और कला के लिए पौर ले मेरिट पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन नेशनल प्रिंसिपल अवार्ड शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित सम्मान है। यह पुरस्कार राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में शिक्षकों के अथक प्रयासों, समर्पण और महत्वपूर्ण प्रभाव को मान्यता देता है।
इंडस पब्लिक स्कूल दीपका के प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता ने अथक विगत 40 वर्षों से शिक्षा एवं समाज सेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय कार्य किए।आज डॉक्टर संजय गुप्ता किसी परिचय ने मोहताज नहीं हैं अपितु आपके प्रयासों से आपके विद्यालय को भी निरंतर एक नूतन आयाम प्राप्त होता गया।वर्तमान में डॉक्टर संजय गुप्ता इंडस पब्लिक स्कूल दीपका में बतौर प्राचार्य कार्यरत हैं। आपने विगत 8 वर्षों में विद्यालय को अपने हुनर,काबिलियत,बेहतर प्रबंधन और स्मार्ट वर्क टेक्नीक से न सिर्फ उच्चतम स्तर में स्थापित किया बल्कि विद्यालय का स्वरूप ही बदल दिया।आज विद्यालय संपूर्ण कोयलांचल में एक अद्वितीय पहचान बना चुका है एवं अपनी क्वालिटी एजुकेशन के लिए जाना जाता है।डॉक्टर संजय गुप्ता को इस महत्वपूर्ण सम्मान से आगामी *23 अगस्त 2025 को नियो कन्वेंशन हैदराबाद* में एक विशेष समारोह में कई महत्वपूर्ण हस्तियों की उपस्थिति में सम्मानित किया जायेगा।
प्राचार्य डॉक्टर संजय गुप्ता को शिक्षा, समाज सेवा और सामुदायिक विकास में उनके असाधारण कार्य के लिए डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन नेशनल प्रिंसिपल अवार्ड सम्मानित किया जायेगा।
पुरस्कार समारोह मे नामचीन व्यक्तित्व, शिक्षकों और समाज सेवकों सहित विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।
डॉक्टर संजय गुप्ता ने बताया कि इस समारोह में मुख्यतः शिक्षा के महत्व और राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों की भूमिका पर ज़ोर,शिक्षा के ज्वलंत मुद्दों, जैसे बच्चों का स्क्रीन टाइम और नवीन शिक्षण विधियों पर ध्यान सहित वर्तमान में विद्यालयों में नैतिकता के स्तर तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षण पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
यह पुरस्कार प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा आयोजित किया जाता है।
ये शिक्षा में उत्कृष्टता को मान्यता देने के लिए समर्पित एक गैर-लाभकारी संगठन होते हैं।
एक ऐसा संगठन जो वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए अथक परिश्रम करने वाले शिक्षकों को सम्मानित करता है।
एक ऐसा मंच जो शिक्षा का समर्थन करता है और उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित करता है।
डॉक्टर संजय गुप्ता ने कहा कि विद्यालय में आज के परिवेश में शिक्षण कार्य करना वास्तव में बहुत चुनौतीपूर्ण होता है।आज बच्चा गुरु से ज्यादा गूगल को महत्व देता है लेकिन वह यह भूल जाता है कि गूगल को बनाने वाले को भी किसी भौतिक गुरु ने ही शिक्षित किया होगा।तात्पर्य यह है कि तकनीकी में पूर्णतः निर्भरता सही नहीं है। सही मायने में गुरु तो गुरु ही होता है।वह सनातन काल से सम्मान का हकदार रहा है और रहेगा।कोई भी टेक्नोलॉजी गुरु को रिप्लेस नहीं कर सकता।आखिर किसी भी तकनीकी के उद्यम का श्रोत कोई न कोई गुरु ही होता है।