कोरबा _ वनमंडल कोरबा अंतर्गत कुदमुरा रेंज के कक्ष क्रमांक 1139 में विगत दो दिनों से डेरा डालकर ग्रामीणों व वन अमले को परेशान करने वाले 39 हाथियों का दल अब ग्राम पसरखेत, केराकछार, छिंदकोना होते हुए कोरकोमा के जंगल पहुंच गया है।
हाथियों के दल ने यहां पहुंचने से पहले रास्ते में मदनपुर व केराकछार में 9 ग्रामीणों के खेतों व बाड़ी में लगे धान व मूंगफली के पौधों को तहस-नहस कर दिया जिससे संबंधित ग्रामीणों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है। ग्रामीणों को हाथियों के क्षेत्र में आने तथा फसल रौंदे जाने की जानकारी अलसुबह तब लगी जब वे फसल को देखने खेतों में पहुंचे तो उसे तहस-नहस पाया। खेतों में हाथियों के पैरों के निशान थे, उन्हें यह समझने में देर नहीं लगी कि हाथियों ने उनकी मेहनतों पर पानी फेर दिया है।
पीड़ित ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी जिस पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंच हाथियों द्वारा किए गए नुकसानी का आंकलन किया। डिप्टी रेंजर श्री केशरवानी ने बताया कि वर्तमान में हाथियों का दल कोरकोमा जंगल में विचरण कर रहा है, जिसकी निगरानी अमले द्वारा लगातार की जा रही है। ग्राम कोरकोमा व आसपास के ग्रामो में मुनादी कराकर ग्रामीणों को सतर्क किया जा रहा है। उन्हें बड़ी संख्या में हाथियों के क्षेत्र में आने की सूचना देते हुए हाथियों तथा जंगल से दूरी बनाए रखने की चेतावनी दी जा रही है।